लाइव न्यूज़ :

Beauty Deception: स्किन केयर प्रोडक्ट्स के बारे में इन बातों को नहीं जानते होंगे आप, इन उत्पाद के इस्तेमाल से हो सकती है कई बीमारियां

By अंजली चौहान | Updated: August 11, 2023 15:59 IST

सौंदर्य विशेषज्ञ त्वचा की देखभाल करने वाले अवयवों पर गलत आरोप लगा रहे हैं जो आपकी त्वचा के स्वास्थ्य को बर्बाद कर रहे हैं।

Open in App

Beauty Deception: स्किन और ब्यूटी देखभाल बाजार ऐसे ब्रांडों से भरा पड़ा है जो सस्ती कीमतों पर उत्पाद पेश करते हैं। इन उत्पादों को बड़े चाव से हम सब इस्तेमाल करते है लेकिन लेकिन लोगों को पता नहीं है कि कम कीमत पर उत्पाद बेचने के लिए ऐसे ब्रांड ऐसी सामग्री का उपयोग करते हैं जो त्वचा पर कठोर होती हैं और पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं।

त्वचा देखभाल उत्पाद ऐसे तत्वों से भरे होते हैं जो न केवल त्वचा बल्कि पर्यावरण को भी प्रभावित करते हैं।

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, सोडियम लॉरिल सल्फेट (एसएलएस) और सोडियम लॉरेथ सल्फेट (एसएलईएस) जैसे हानिकारक तत्व कई व्यक्तिगत देखभाल उत्पादों में पाए जाते हैं। यह त्वचा का प्राकृतिक तेल छीन सकता है, जिससे सूखापन और जलन हो सकती है।

सनस्क्रीन यूज से हो सकती है एलर्जी 

ऑक्सीबेनजोन एक रासायनिक सनस्क्रीन घटक है जो कई सनस्क्रीन क्रीम और लोशन में पाया जाता है, जिसे त्वचा की एलर्जी और हार्मोन व्यवधान से जोड़ा गया है।

इसके अलावा, कुछ ब्यूटी प्रोडक्ट्स में डीएमडीएम हाइडेंटोइन, डायज़ोलिडिनिल यूरिया और इमिडाजोलिडिनिल यूरिया जैसे संरक्षक होते हैं, जो धीरे-धीरे फॉर्मेल्डिहाइड छोड़ते हैं। फॉर्मेल्डिहाइड एक मान्यता प्राप्त कार्सिनोजेन है जो मनुष्यों में त्वचा में जलन और एलर्जी पैदा कर सकता है।

हो सकती है कई गंभीर बीमारियां

क्रीम, लोशन, शैंपू, कंडीशनर सहित सभी सौंदर्य उत्पादों की चिपचिपाहट (मोटाई) को बढ़ाने के लिए माइक्रोप्लास्टिक्स का उपयोग बाइंडिंग एजेंट के रूप में किया जाता है। वे 10 में से 9 सौंदर्य उत्पादों में पाए जाने वाले सबसे हानिकारक और आम तत्वों में से एक हैं जिनके बारे में उपभोक्ता पूरी तरह से अनजान हैं।

जबकि भारतीय बाजार सल्फेट और पैराबेन-मुक्त उत्पादों पर केंद्रित है और भले ही उपभोक्ता जागरूक होना चाहते हैं। मगर माइक्रोप्लास्टिक्स को नजरअंदाज किया जा रहा है क्योंकि इसके बारे में कोई जागरूकता नहीं है। ये छोटे कण पसीने की ग्रंथियों, बालों के रोम या खुले घावों के माध्यम से त्वचा में प्रवेश कर सकते हैं और त्वचा के छिद्रों को बंद कर सकते हैं।

माइक्रोप्लास्टिक्स मनुष्यों में सूजन, सेलुलर अस्तित्व और चयापचय को प्रभावित कर सकता है, लंबे समय में, ऐसे उत्पादों के उपयोग से संभावित रूप से कैंसर, पुरानी सूजन और त्वचा की असामान्यताएं जैसे सोरायसिस और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।

टॅग्स :स्किन केयरब्यूटी टिप्सभारतटिप्स एंड ट्रिक्स
Open in App

संबंधित खबरें

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारतPutin India Visit: पुतिन ने राजघाट पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी, देखें वीडियो

भारतPutin Visit India: राष्ट्रपति पुतिन के भारत दौरे का दूसरा दिन, राजघाट पर देंगे श्रद्धांजलि; जानें क्या है शेड्यूल

भारतपीएम मोदी ने राष्ट्रपति पुतिन को भेंट की भगवत गीता, रशियन भाषा में किया गया है अनुवाद

फ़ैशन – ब्यूटी अधिक खबरें

फ़ैशन – ब्यूटीKarwa Chauth 2025: अभी तक डिसाइड नहीं कर पाए पत्नी के लिए तोहफा? यहां पढ़ें लास्ट मिनट गिफ्ट्स आइडिया

फ़ैशन – ब्यूटीKarwa Chauth 2025: एथनिक पहनकर हो गई हैं बोर, तो इस करवा चौथ पहनें इंडो वेस्टर्न आउटफिट; लगेंगी कमाल

फ़ैशन – ब्यूटीKarwa Chauth Mehndi Design 2025: करवा चौथ पर पैरों में लगाए सुंदर मेहंदी डिजाइन, बढ़ जाएगी पैरों की खूबसूरती

फ़ैशन – ब्यूटीKarva Chauth 2025: इन यूनिक चूड़ा सेट से बढ़ाए अपने कलाई की खूबसूरती, करवा चौथ के लिए ये लेटेस्ट डिजाइन

फ़ैशन – ब्यूटीKarwa Chauth 2025: करवा चौथ के दिन दिखना चाहती हैं नई नवेली दुल्हन की तरह, ट्राई करें ये ट्रेंडी लहंगा डिजाइन