जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में छात्र फीस बढ़ोतरी और ड्रेस कोड के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। जेएनयू परिसर में हजारों छात्र पुलिस से भिड़े गए। छात्रों ने एआईसीटीई परिसर के सामने विरोध प्रदर्शन किया जहां जेएनयू के तीसरे दीक्षांत समारोह का आयोजन चल रहा था। इस दौरान मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक एआईसीटीई आडिटोरियम से करीब छह घंटे तक बाहर नहीं आ पाए और मंत्रालय में दो पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों को रद्द करना पड़ा।
‘निशंक’ उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के साथ जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के तीसरे दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए एआईसीटीई गये थे। नायडू हालांकि विरोध प्रदर्शन तेज होने से पहले ही परिसर से चले गये थे और निशंक को परिसर के भीतर ही रहना पड़ा।
वहीं, छात्रों का कहना है कि वे 15 दिन से विरोध कर रहे हैं, लेकिन कुलपति हमसे बात करने को तैयार नहीं हैं। हॉस्टल व अन्य फीस में इतनी बढ़ी वृद्धि के बाद गरीब छात्र यहां कैसे पढ़ सकेगा। ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर में जेएनयू फीस स्ट्रक्टर में पहले और अब में कितना बदलाव होगा...
जेएनयू की फीस स्ट्रक्चर-
छात्र मसौदा नियमावली को वापस लेने की मांग कर रहे हैं जिसमें हास्टल मैनुअल के तहत 1700 रूपये का सेवा शुल्क लगाने की बात कही गई है। एक बार लगाये जाने वाले सुरक्षा शुल्क को 5500 रूपये से बढ़ाकर 12,000 रूपये किया गया है। एक सीट वाले कमरे का किराया 20 रूपये प्रति माह से बढ़ाकर 600 रूपया तथा दो सीट वाले कमरे का किराया 10 रूपये से बढ़ाकर 300 रूपये प्रति माह करने की बात कही गई है ।
वहीं, एचआरडी मंत्री ने वादा किया कि छात्र संघ को बैठक के लिए मंत्रालय बुलाया जायेगा। छात्र कुलपति से मिलना चाहते थे और उनकी मांग थी कि मसौदा छात्रावास नियमावली को वापस लिया जाये जिसमें उनके अनुसार फीस वृद्धि और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों का प्रावधान है। छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थसारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी तथा छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है।