लखनऊ: कानपुर शूटआउट के आरोपी विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद उत्तर प्रदेश की पुलिस उसके भाई दीप प्रकाश पर शिकंजा कस रही है। इस बीच विकास दुबे और दीप प्रकाश दुबे की मां सरला देवी ने दीप प्रकाश से मीडिया के माध्यम से कहा है कि वो जहां कंही भी है फौरन सरेंडर कर दे। पुलिस ने विकास दुबे के भाई दीप प्रकाश पर 20 हजार का इनाम रखा है।
मां सरला देवी ने कहा, दीप प्रकाश प्लीज जहां भी हो आ जाओ और सरेंडर करो। नहीं तो पुलिस तुम्हे और तुम्हारे परिवार वालों को मार देगी। पुलिस तुम्हे पूरी सुरक्षा देगी। तुमने कुछ भी नहीं किया है। विकास दुबे के भाई होने की वजह से तुम मत छिपो। हम जानते हैं तुम निर्दोष हो...पुलिस भी ये बात जानती है। वह बस तुमसे पूछताछ करेगी।
विकास दुबे की मां सरला देवी ने बेटे दीप प्रकाश से कहा, तुम कब तक ऐसे छिपे रहोगे...क्या तुम्हारे बीवी, बच्चे सभी मर जाएंगे तब आओगे? देखा जहां कहीं भी हो सरेंडर कर दो।
एक अन्य मीडिया संस्थान से बात करते हुए सरला देवी ने कहा, उन्हें नहीं पता है कि उनका बेटा दीप प्रकाश कहां है। वरना वह उसको समझाती की भागने से कुछ नहीं होगा। दीप प्रकाश के नाबालिग बेटे ने भी मीडिया के सामने अपील की है कि पापा आप जहां कहीं भी हैं...प्लीज आइए।
कानपुर शूटआउट से विकास दुबे के एनकाउंटर तक, जानें पूरी कहानी
कानपुर में मुठभेड़ दो और तीन जुलाई 2020 की रात तकरीबन एक से डेढ़ बजे के बीच हुआ। पुलिस की टीम हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे को गिरफ्तार करने के लिए उसके बिकरू गांव गई थी। जैसे ही पुलिस की एक टीम के विकास दुबे के घर के पास पहुंची, उसी दौरान छत से पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग की गई। जिसमें यूपी पुलिस (UP Police) के आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए।
इस घटना के बाद से विकास दुबे फरार चल रहा था। पुलिस ने उसके ऊपर पांच लाख का ईनाम रखा था। 9 जुलाई 2020 को मध्य प्रदेश पुलिस ने विकास दुबे को उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर से गिरफ्तार कर उत्तर प्रदेश पुलिस को सौंपा। 10 जुलाई को उज्जैन से कानपुर लाते वक्त विकास दुबे सचेंडी थाना क्षेत्र में एसटीएफ (STF) के साथ मुठभेड़ में मारा गया था।