Sabour Station:बिहार में भागलपुर जिले के सबौर स्टेशन पर मंगलवार सुबह एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसमें बेखौफ अपराधियों ने लूटपाट का विरोध करने पर एक 21 वर्षीय छात्रा को चलती ट्रेन से बाहर फेंक दिया। यह घटना कामाख्या-गया एक्सप्रेस की बताई जा रही है। इस घटना में छात्रा काजल कुमारी की मौत हो गई। मालदा रेल डिवीजन के भागलपुर-जमलापुर रेल सेक्शन के पास हुई इस घटना से लोग सहम उठे। बताया जाता है कि बीते कुछ महीनों में यह इस तरह की तीसरी घटना है, जहां लूटेरों ने चलती ट्रेन से किसी को बाहर फेंक दिया हो।
प्राप्त जानकारी के अनुसार काजल अपने परिवार के साथ भागलपुर तक की यात्रा कर रही थी। भागलपुर से ठीक पहले सबौर स्टेशन के पास काजल ट्रेन के गेट के नजदीक खड़ी थी, उसके पास उसका पर्स था जिसमें कैश, फोन और जरूरी दस्तावेज थे। एक लूटेरे ने उससे वह पर्स छीनने का प्रयास किया। जिसका काजल ने विरोध किया, इसके बाद दूसरे लूटेरे ने काजल को बाहर की तरफ धक्का दे दिया।
इस वक्त ट्रेन की गति धीमी थी और काजल रेल लाइन पर जा गिरी। जिसके बाद उसके परिजनों ने ट्रेन की चेन खिंची और उतरकर काजल के पास पहुंचे। वहां 2 पुलिस कर्मी भी आए मगर उन्होंने तत्परता दिखाते हुए मदद करने की जगह काजल के परिजनों को उनके हाल पर छोड़ दिया। जिसके बाद काजल के परिवार वालों ने एक ऑटो रिजर्व कर काजल को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया।
जहां उसकी मौत हो गई। बताया जाता है कि काजल खगड़िया जिले की रहने वाली थी और बैंकिंग की तैयारी किया करती थी। इस घटना पर लड़की की बहन ने आरोप लगाया कि काजल लगभग एक घंटे तक मदद के लिए पटरियों के पास पड़ी रही, लेकिन समय पर एंबुलेंस नहीं पहुंच सकी।
घायल अवस्था में काफी देर तक तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। काजल के पिता और छोटी बहन ने रेलवे सुरक्षा बल पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने बार-बार मदद की गुहार लगाई, लेकिन जवानों ने सिर्फ इंतजार करने को कहा और कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
अगर समय रहते वे एम्बुलेंस का इंतजाम कर देते तो काजल को बचाया जा सकता था। वहीं, इस घटना की जानकारी मिलते ही रेल एडीजी बच्चू सिंह मीणा ने रेल पुलिस अधीक्षक, जमालपुर को घटनास्थल पर जाने और मामले की पूरी जांच कर विस्तृत रिपोर्ट जमा करने का आदेश दिया है।