उदयपुर: राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैया लाल की 28 जून 2022 को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड से न सिर्फ राजस्थान बल्कि पूरा देश दहल गया लेकिन एक बार फिर ऐसी ही एक घटना ने इलाके में तनाव फैला दिया है। उदयपुर से आई बड़ी खबर के अनुसार, सुरेश नाम के व्यक्ति पर रेहान और मूसा के साथ भीड़ ने तलवार और चाकू से हमला कर दिया।
एकाएक भीड़ द्वारा पीड़ित पर हमला किए जाने के कारण इलाके में अफरा-तफरी मच गई। जब तक पीड़ित कुछ समझ पाता उस पर भीड़ ने हमला कर दिया। गनीमत ये रही कि वक्त रहते पीड़ित सुरेश को रेहान और मूसा के चंगुल से लोगों ने बचा लिया। हालांकि, इस घटना के बाद इलाके में सामुदायिक अशांति फैल गई है। पूरे इलाके में तनाव का माहौल है।
गौरतलब है कि मौका रहते ही पीड़ित शख्स को बचा लिया गया। इसके बाद पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया। मगर पूरे इलाके में स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
उदयपुर में घटी घटना ने एक बार फिर साल 2022 में कन्हैया लाल मर्डर केस की यादें ताजा कर दी है। कन्हैया लाल हत्याकांड में पुलिस ने जो खुलासे किए उसके अनुसार, इस्लाम का अपमान करने के आरोप में जून 2022 में कन्हैया लाल की हत्या कर दी गई थी।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दिसंबर 2022 तक 11 संदिग्धों के खिलाफ आरोप लगाते हुए हस्तक्षेप किया। विशेष रूप से, दो आरोपियों ने इस जघन्य कृत्य को वीडियो में कैद कर लिया, जिससे व्यापक आक्रोश फैल गया और तेजी से गिरफ्तारियां हुईं।
कन्हैया लाल की हत्या के बाद तनाव बढ़ गया, जिसका प्रमाण स्थानीय व्यापार बंद होना और उत्तेजित भीड़ द्वारा मोटरसाइकिलों को आग लगाने जैसी बर्बरतापूर्ण हरकतें थीं। जवाब में, राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नागरिकों से संयम बरतने का आग्रह करते हुए संकटपूर्ण वीडियो साझा करने से परहेज करने का आग्रह किया।
उस समय सीएम अशोक गहलोत ने जनता का आक्रोश देख कर लोगों को कार्रवाई का आश्वासन दिया था। उन्होंने जोधपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।"