प्रयागराज: शुक्रवार (10 जून) को प्रयागराज में हुए उग्र प्रदर्शनों में शामिल 70 नामजद और 5000 अज्ञात लोगों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) और गैंगेस्टर एक्ट के तहत मुकमदा दर्ज किया गया है। यह जानकारी प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने मीडिया को शनिवार को दी। यूपी पुलिस ने कहा है कि उसने उग्र प्रदर्शन की साजिश रचने वाले कथित मास्टरमाइंड जावेद अहमद को हिरासत में ले लिया है। पुलिस के अनुसार साजिश रचने में एक से ज्यादा मास्टरमाइंड शामिल हो सकते हैं।
एसएसपी अजय कुमार के अनुसार प्रयागराज में हुए उग्र प्रदर्शनों का सूत्रधार जावेद अहमद नामक व्यक्ति था। इस साजिश में उसकी बेटी भी शामिल थी। एसएसपी अजय कुमार ने कहा कि यूपी पुलिस दिल्ली में पढ़ने वाली जावेद की बेटी की गिरफ्तारी के लिए दिल्ली पुलिस से मदद लेगी और अपनी टीम भेजेगी।
भाजपा की पूर्व नेता नूपुर शर्मा द्वारा दो हफ्ते पहले मुसलमानों के पैगम्बर मोहम्मद पर की गयी एक टिप्पणी पर शुरू हुआ विवाद थम नहीं रहा है। शुक्रवार (10 जून) को देश के कई जिलों में जुम्मे की नमाज के बाद भीड़ ने उग्र प्रदर्शन किया। यूपी के प्रयागराज में भी उग्र प्रदर्शन हुआ। झारखण्ड के रांची में हुए उग्र प्रदर्शन के दौरान पुलिस को गोलीबारी करनी पड़ी जिसमें दो लोगों के मारे जाने का आरोप है।
प्रयागराज के अलावा सहारनपुर में भी शुक्रवार को उग्र प्रदर्शन हुए थे। सहारनपुर के एसएसपी आकाश तोमन ने जिले में शुक्रवार को हुए उग्र प्रदर्शन को सुनियोजित साजिश बताया है। एसएसपी सहारनपुर आकाश तोमर ने मीडिया से कहा, "जिस तरह शुक्रवार की नमाज के बादद भीड़ सड़कों पर आई उससे जाहिर है कि इसकी पूर्वयोजना बनायी गयी थी। अभी तक PFI की कोई भूमिका पता नहीं चली है लेकिन उनके साजिश में शामिल होने की सम्भावना से इनकार नहीं किया जा सकता।" सहारनपुर पुलिस ने 40 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है और 200 से ज्यादा लोगों की अभी उसे तलाश है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज की मदद से प्रदर्शनकारियों की शिनाक्त कर रही है।
पश्चिम बंगाल के हावड़ा में भी भीड़ ने उग्र प्रदर्शन किया जिसके बाद इलाके का इंटरनेट 13 जून सुबह छह बजे तक के लिए काट दिया गया। हिंसा प्रभावित जिलों में स्थानीय सरकारों ने धारा 144 लगा दी है जिसके तहत किसी सार्वजनिक स्थल पर चार लोगों से ज्यादा जन एक साथ इकट्ठा नहीं हो सकते।
वहीं अमित शाह के नेतृत्व वाले केंद्रीय गृहमंत्रालय ने सभी राज्यों को उग्र प्रदर्शनों के मद्देनजर सुझाव भेजा है। मीडिया रपट के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्रालय मौजूदा हालत पर करीबी नजर बनाए हुए है।