Rahul Mamkootathil: केरल पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि उसने पलक्कड़ के विधायक राहुल ममकूटाथिल पर एक महिला द्वारा यौन उत्पीड़न और उसे गर्भपात के लिए मजबूर करने का आरोप लगाए जाने के बाद उनके खिलाफ एक मामला दर्ज किया है। बृहस्पतिवार देर रात दर्ज किए गए महिला के बयान के आधार पर शुक्रवार को वलियामाला पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया। महिला ने निलंबित कांग्रेस विधायक के खिलाफ बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन को अपनी शिकायत सौंपी थी।
सूत्रों ने बताया कि बाद में तिरुवनंतपुरम ग्रामीण पुलिस मुख्यालय में महिला पुलिस अधिकारियों द्वारा उसका विस्तृत बयान दर्ज किया गया। देर रात तक प्रक्रिया चलती रही, जिसके बाद मामला दर्ज करने का निर्णय लिया गया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत शादी का झांसा देकर यौन उत्पीड़न करने, जबरन गर्भपात कराने और आपराधिक धमकी का मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस शिकायतकर्ता का बयान दर्ज कराने के लिए तिरुवनंतपुरम मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अदालत का रुख करेगी। सूत्रों ने बताया कि चिकित्सकों का एक दल जल्द ही महिला की स्वास्थ्य स्थिति का आकलन करेगा। इस बीच, महिला द्वारा मुख्यमंत्री से संपर्क करने के बाद ममकूटाथिल कथित तौर पर छिप गए हैं। पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है। पलक्कड़ में कांग्रेस नेताओं ने कहा कि ममकूटाथिल बृहस्पतिवार शाम करीब चार बजे तक स्थानीय निकाय चुनावों के लिए कनाडी क्षेत्र में सक्रिय रूप से प्रचार कर रहे थे, जिसके बाद उन्हें और उनके एक करीबी सहयोगी को नहीं देखा गया।
इससे पहले, अपराध शाखा ने ऑडियो क्लिप और ‘चैट’ संदेशों के आधार पर एक मामला दर्ज किया था। ये क्लिप और संदेश पुलिस मुख्यालय को कुछ लोगों द्वारा भेजे गए एक ईमेल से सामने आए थे, जो सभी तीसरे पक्ष के थे क्योंकि उस समय महिला खुद सामने नहीं आई थी। दो दिन पहले, एक नया कथित ऑडियो क्लिप जारी किया गया था जिसमें विधायक को यह कहते सुना गया था कि वह एक बच्चा चाहते हैं लेकिन बाद में उन्होंने महिला से गर्भपात कराने का आग्रह किया था।
ममकूटाथिल को 25 अगस्त को कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया गया था। इससे पहले मलयालम अभिनेत्री रिनी एन जॉर्ज द्वारा एक ‘युवा नेता’ पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने के बाद ममकूटाथिल ने युवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) की युवा शाखा डीवाईएफआई ने विरोध प्रदर्शन किया था। इसके बाद कई महिलाओं और एक ट्रांसजेंडर ने भी उनके खिलाफ आरोप लगाए।