पटना: उत्तर प्रदेश के योगी सरकार के तर्ज पर बिहार में भी अपराधियों के लिए एनकाउंटर रणनीति अपनाया जाने लगा है। वहीं पुलिस का ऐसा रूख देखकर बिहार के लोग खुश हो रहे हैं। ताबड़तोड़ प्रहार से अपराधियों में खौफ होना शुरू हो गया है। हाल के दिनों में तीन एनकाउंटर में चार अपराधी ढेर कर दिए गए। पटना से लेकर कटिहार तक पुलिस और अपराधियों के बीच एनकाउंटर हुआ है। इसी कड़ी में सोमवार रात राजधानी पटना से सटे फुलवारी शरीफ के हिंदूनी इलाके में हुई पुलिस मुठभेड़ में दो अपराधी मारे गए।
पुलिस और अपराधियों के बीच इस भीषण मुठभेड़ के दौरान एक दारोगा भी घायल हुए हैं। घटना की सूचना मिलने के बाद सिटी एसपी पश्चिमी भी मौके वारदात पर पहुंचे। यह मुठभेड़ तब हुई जब पटना पुलिस की टीम 6 अपराधियों की तलाश में हिंदूनी इलाके में छापेमारी कर रही थी। पीछा करने के दौरान अपराधियों ने अचानक पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने दो अपराधियों को मार गिराया। मारे गए अपराधी की पहचान नालंदा जिले के निवासी के रूप में हुई है। मुठभेड़ के दौरान दौरान गौरीचक थाने के दारोगा विवेक कुमार को भी गोली लगी है, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें एम्स पटना में भर्ती कराया गया है। वहीं, चार जनवरी 2025 को पूर्णिया में पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। पुलिस ने बहादुरी का परिचय देते हुए कुख्यात डकैत को मार गिराया।
मुठभेड़ के बाद पूर्णिया के एसपी कार्तिकेय शर्मा ने बताया था कि पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि सुशील मोची किसी बड़ी घटना को अंजाम देने के लिए बौसी थाना क्षेत्र के ताराबाड़ी गांव आया हुआ है। जिसके बाद एसटीएफ की मदद से पूर्णिया पुलिस छापेमारी करने के लिए पहुंची। जहां पुलिस और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हो गई।
इस मुठभेड़ गोली लगने से सुशील मोची की मौत हो गई। उसी तरह 13 दिसंबर 2024 की देर रात पटना के जक्कनपुर इलाके में एसटीएफ और अपराधियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। जिसमें दोनों तरफ से कई राउंड गोलियां चली। मुठभेड़ के दौरान कुख्यात अपराधी अजय राय ढेर हो गया।
साथ ही एसटीएफ के एक जवान को भी गोली लगी थी। घटना के दौरान इलाके में अफरातफरी का माहौल बना रहा। दोनों तरफ से करीब एक दर्जन राउंड गोलियां चली थी। इस तरह बिहार में अभी अब दुर्दांर अपराधियों को जहन्नूम में पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।