गुरुग्राम: नेपाल से रोजीरोटी की तलाश में देश की राजधानी से सटे गुरुग्राम में रह रहे एक 24 साल के नेपाली शख्स ने अपनी बीवी को इस तरह से मौत के घाट उतारा कि अगर पुलिस उसके शातिर दिमाग को न परखती और मृतका के शव का पोस्टमार्टम न कराती तो उसके जुर्म से कभी पर्दा ही नहीं उठता।
जी हां, एक बेहद शातिर कातिल ने अपनी बीवी की धड़कने कुछ इस कदर खामोश की कि ऐसा लगा मानो वो बीमारी से मर गई हो लेकिन कहते हैं कि न कि कानून की तेज निगाहों के अपराधी बच नहीं सकती है। उस नेपाली शख्स के साथ भी ऐसा कुछ हुआ और पुलिस ने उसकी चालाकी को भांप लिया, जिसके कारण वो सीधे सलाखों के पीछे पहुंच गया।
इस संबंध में गुरुग्राम पुलिस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक आरोपी नेपाली शख्स ने बेहद चालाकी से अपनी पत्नी का गला घोंटा और फिर खुद की उसकी बीमारी का बहाना बनाकर शव ठिकाने लगाने की कोशिश में था। लेकिन संदेह के आधार पर गुरुग्राम पुलिस ने मृतका के शव परीक्षण कराया, जिसके रिपोर्ट में यह राज उजागर हो गया कि उसके पति ने ही गला घोंटकर उसकी हत्या को अंजाम दिया है।
पुलिस की माने तो उन्हें इस खौफनाक कत्ल के बारे में अस्पताल से जानकारी मिली, जहां शांति नाम की महिला को उसका पति तपरस जोशी बीते रविवार रात को लाया था।
कत्ल के इस मामले की जांच कर रहे एक पुलिस अधिकारी ने कहा, "महिला को उसका पति तपरस जोशी बीमारी का बहाना अस्पताल लाया था। डॉक्टरों ने जब महिला के शरीर की जांच की तो देखा कि उसका गला घोंटने का प्रयास हुआ है और उसके गले पर नाखून के निशान थे। उसके बाद अस्पताल ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस मौते पर पहुंची और जांच शुरू की।"
पुलिस के मुताबिक तपरस जोशी और पत्नी 15 दिन पहले ही नेपाल के डोडी जिले से काम से सिलसिले में गुरुग्राम आए थे। दोनों सेक्टर-53 के सरस्वती कुंज स्थित एक पीजी में रहते थे और काम किया करते थे।
पुलिस ने डॉक्टरों द्वारा महिला को मृत घोषित करने के बाद पुलिस ने फौरन मृतका का पोस्टमार्टम कराया और फिर रिपोर्ट के आधार पर आरोपी तरपस जोशी को लेकर सख्ती से पूछताछ की। आरोपी ने पुलिस को बताया कि रविवार रात उनके बीच में किसी बात को लेकर बहस हुई और बात बिगड़ गई। उसके बाद उसने अपनी बीवी के पेट में लात से हमला किया और गुस्से में आकर उसी के दुपट्टे से उसका ही गला घोंट दिया था। आरोपी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।