उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आ गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है कि उनकी मौत एक सामान्य मौत नहीं बल्कि 'अप्राकृतिक मौत' (unnatural death)है। रोहित शेखर तिवारी की मौत का मामला क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित कर दिया गया है। फॉरेंसिक और क्राइम ब्रांच की टीमें रोहित के आवास पर जांच-पड़ताल कर रही है।
रोहित शेखर तिवारी का मंगलवार( 16 अप्रैल) को निधन हो गया था। दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के अधिकारी और दिल्ली पुलिस ने इस खबर की पुष्टि की थी। दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस को इस बात का शक है कि ये एक तरह का मर्डर केस हो सकता है। हालांकि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में 'अप्राकृतिक मौत' के अलावा किसी बात की पुष्टी नहीं की गई है।
मैक्स अस्पताल में रोहित को मृत दशा में लाया गया था
मैक्स अस्पताल ने बताया कि रोहित शेखर को मृत दशा में उसके यहां लाया गया। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) विजय कुमार ने बताया था कि रोहित को 16 अप्रैल की शाम करीब पांच बजे अस्पताल लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
रोहित शेखर दक्षिण दिल्ली की डिफेंस कॉलोनी में रहते थे। उन्होंने बताया कि उनकी मां उज्ज्वला तिवारी भी इसी अस्पताल में भर्ती थीं। उन्हें उनके बेटे के अस्वस्थ होने और नाक से खून बहने की खबर घर से मिली थी।
अस्पताल ने एक संक्षिप्त बयान में कहा, ''मैक्स अस्पताल को चार बजकर 41 मिनट पर रोहित शेखर तिवारी के घर से एक आपात कॉल आया। एक एंबुलेंस तिवारी को लेकर साकेत के मैक्स अस्पताल पहुंचा जहां उन्हें आपात विभाग में मृत घोषित कर दिया गया।'' अस्पताल ने कहा , ''स्थापित प्रक्रिया के अनुसार हमने प्रशासन को सूचित कर दिया।''
नारायण दत्त तिवारी पिछले साल अपने जन्म दिन 18 अक्टूबर को 93 साल की उम्र में चल बसे थे। तब उनका भी साकेत के इसी अस्पताल में उम्र संबंधी बीमारियों का इलाज चल रहा था। केंद्र में विभिन्न पदों पर रहे वरिष्ठ कांग्रेस नेता नारायण दत्त तिवारी उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे थे। रोहित 2017 के उत्तराखंड विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गये थे और हाल ही में उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने का संकेत दिया था।