नई दिल्ली: कंझावला मामले में एक ताजा चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। सूत्रों के मुताबिक मामले में दीपक खन्ना नाम का एक आरोपी हादसे के वक्त के अपने घर पर ही मौजूद था। दीपक खन्ना पर उस गाड़ी को चलाने का आरोप है जिससे 20 वर्षीय अंजलि को 12 किलोमीटर तक घसीटा गया और जिसके नए साल के दिन उसकी मौत हो गई थी। उधर, पुलिस ने शुक्रवार को मृतिका की सहेली निधि को एकबार फिर से पूछताछ के लिए बुलाया है। हालांकि उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
इससे पहले दिल्ली पुलिस की पूछताछ के दौरान दीपक खन्ना ने गाड़ी चलाने का दोष अपने ऊपर लिया था। लेकिन इस मामले में मिले ताजा सीसीटीवी फुटेज से यह पता चलता है कि हादसे के वक्त खन्ना अपने घर था। दरअसल दीपक ने अपने रिश्तेदार अमित खन्ना (इस मामले एक और आरोपी) को बचाने के लिए ऐसा किया था। असल में हादसे के वक्त गाड़ी अमित खन्ना चला रहा था, जिसके पास ड्राइविंग लाइसेंस भी नहीं है।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार, जांच के दौरान पुलिस ने पाया कि दीपक की उस समय की फोन लोकेशन अन्य चारों आरोपियों से मेल नहीं खा रही थी। पुलिस ने कहा कि उसकी फोन लोकेशन और कॉल डिटेल से पता चलता है कि वह पूरे दिन घर पर था।
दिल्ली पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को इस मामले में गिरफ्तार किया है। इनमें दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण, मिथुन और आशुतोष (कार के मालिक) को गिरफ्तार किया गया है। आशुतोष को आज सुबह कवर-अप में अन्य पांच लोगों की मदद करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। सातवें आरोपी अंकुश की तलाश की जा रही है।
हिट एंड रन की घटना के कुछ घंटे बाद गिरफ्तार किए गए पांच लोगों पर गैर इरादतन हत्या, लापरवाही और आपराधिक साजिश के तहत मौत का आरोप लगाया गया है। उन्हें मेडिकल जांच के लिए गुरुवार रात संजय गांधी अस्पताल ले जाया गया।