रांची: झारखंड के देवघर जिला सिविल कोर्ट में पेशी के लिए लाए गए बिहार के एक युवक अमित सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना आज सुबह तकरीबन 11 बजे की है। गोली लगने से पटना निवासी अमित सिंह की मौत हो गई। अपराधियों ने अमित को तीन गोली मारी। अमित सिंह के छाती और सिर पर गोली लगी। इससे उसकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई।
बताया जाता है कि किसी केस के मामले में पुलिस ने काराधीन अमित सिंह को पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया था। पुलिस हिरासत में भी वह कोर्ट कैंपस में एक अधिवक्ता के टेबल में बैठा था। इसी दौरान अपराधियों ने वहीं उस पर फायरिंग कर दी। इस वजह से घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से खोखा और घटनास्थल से कुछ दूरी पर वकालत खाना से पिस्टल बरामद किया है।
अमित पटना सहित बिहार और झारखंड में कई मामलों में अभियुक्त था। उस पर हत्या सहित कई अन्य प्रकार के गंभीर आपराधिक आरोप थे। घटना के बाद देवघर कोर्ट परिसर में अफरातफरी मच गई। गोली की आवाज सुनने के बाद कुछ समय तक लोग इधर-उधर भागते रहे। वहीं पुलिस किसी भी हमलावर को पकडने में असफल रही। हमलावर अमित को गोली मारकर फरार हो गए।
इस घटना के बाद अधिवक्ताओं में सुरक्षा को लेकर आक्रोश बढ़ गया है। घटनास्थल का जायजा लेने पहुंचे कई जज पहुंचे। वहीं देवघर एसपी सुभाष चंद्र जाट भी पहुंचे। प्राप्त जनकारी के अनुसार मृतक कैदी अमित कुमार सिंह को पटना के बिहटा सदीसोपुर का रहने वाला था। अमित पर देवघर में वर्ष 2012 में एक अपहरण का मामला दर्ज था। उसी मामले में उसे पेशी के लिए लाया गया था जब प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि कैदी कोर्ट परिसर में एक अधिवक्ता से मिलने के लिए उनके चेंबर में गया था। तभी दो व्यक्ति आए जिन्होंने अपने हाथ में पिस्टल ले रखी थी और एक के बाद एक तीन गोली अमित के शरीर पर उतार दी।
फिलहाल देवघर पुलिस बिहार के 5 पुलिसकर्मियों से पूछताछ कर रही है। अमित सिंह पर हत्या और रंगदारी समेत कई संगीन मामले दर्ज थे। अमित सिंह बिहटा में सिनेमा हॉल के मालिक की हत्या मामले में बेउर जेल में बंद था। पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के दो भाइयों की हत्या में भी अमित सिंह का नाम सामने आ रहा था। देवघर में 2012 में कारोबारी चंचल कोठारी का अपहरण हुआ था। वह कबाड़ का काम करता था। पुलिस ने उसे सकुशल बरामद कर लिया था।
इसी मामले में अमित कुमार सिंह आरोपित था। शनिवार को प्रोडक्शन वारंट में उसकी कोर्ट में पेशी थी। उसे एएसआइ राम अवतार राम के साथ चार हथियार बंद पुलिसकर्मियों की सुरक्षा में कोर्ट लाया गया था।