अनूपपुर: पति ने अपनी पत्नी का कत्ल बड़ी बेरहमी से केवल इसलिए कर दिया क्योंकि उसे उसके चरित्र पर शक था। इतना ही नहीं पति ने हत्या करने के बाद पत्नी के शव को एक ड्रम में छुपा दिया और खुद मौक-ए-वारदात से फरार होकर दिल्ली पहुंच गया लेकिन अनूपपुर पुलिस ने कत्ल के आरोपी पति का दिल्ली तक पीछा किया और उसे गिरफ्तार कर लिया।
जी हां, ये मामला अनूपपुर जिले के चचाई थाना क्षेत्र की है। जहां कुसुम नाम की 27 साल की महिला का कत्ल उसके पति प्रदीप सैनी उर्फ गोल्डी ने कर दी। मामले का खुलासा तब हुआ जब पड़ोसियों को गोल्डी के बंद मकान से दुर्गंध आने लगी।
बीते 23 मार्च को मृतक कुसुम सिंह के पिता को पड़ोसियों ने सूचना दी की गोल्डी के घर पर ताला लगा हुआ है लेकिन घर के भीतर से तेज दुर्गंध आ रही है। खबर मिलने के बाद कुसुम के पिता बसंतपुर दफाई अमलाई स्थित गोल्डी के बंद आवास पर पहुंचे तो उन्हें भी घर के भीतर से दुर्गंध आने का एहसास हुआ।
उसके बाद पड़ोसियों से सलाह-मशविरे के बाद कुसुम के पिता फौरन चचाई थाने पहुंचे और पुलिसवालों को बताया कि उनके दामाद का आवास उनके थाना क्षेत्र में पड़ता है, जो बंद है और उनकी बेटी कुसुम गायब है और बंद घर से तेज दुर्गंध आ रही है। थाना प्रभारी वीएन प्रजापति ने मामले को सुनने के बाद फौरन दल-बल के साथ गोल्डी के आवास पर पहुंचे।
पुलिस ने दरवाजे का ताला तोड़ा और घर में दाखिल हुई तो घर के भीतर एक ड्रम में कुसुम की सड़ी हुई लाश पड़ी थी। लाश को देखने से लग रहा था कि हत्या कई दिनों पहले की गई थी।
वहीं बेटी की लाश देखकर पिता बेहोश हो गये। थोड़े देर बाद जब उन्हें होश आया तो उन्होंने अपनी बेटी की हत्या के लिए उसके पति गोल्डी को जिम्मेदार ठहराया। पुलिस ने फौरन फरार हगोल्डी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करते हुए उसकी तलाश शुरू की और कुसुम के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
पुलिस ने मामले में तहकीकात की तो पता चला कि मृतका कुसुम सिंह पति प्रदीप सैनी उर्फ गोल्डी के साथ विवाह के बाद बसंतपुर दफाई में रह रही थी। कुछ दिनों बाद दोनों के बीच विवाद शुरू हो गया और पति गोल्डी कुसुम के चरित्र पर संदेह करता था। यही कारण था कि गोल्डी ने एक दिन झगड़े के दौरान पत्नी कुसुम की गला घोंटकर हत्या कर दी।
इधर पुलिस गोल्डी की तलाश कर रही थी, तभी मुखबिर से जानकारी मिली की गोल्डी दिल्ली के गांधी नगर में छुपा हुआ है। अनूपपुर पुलिस की एक टीम ने मुखबिर से मिले दिल्ली के ठिकाने पर दिल्ली पुलिस की सहायता से छापेमारी की और गोल्डी को गिरफ्तार कर लिया।
कुसुम की हत्या के बाद कुल 43 दिनों तक फरारी काटने वाला गोल्डी आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया। पुलिस ने गोल्डी के खिलाफ दर्ज धारा 302 के मामले में उसे कोर्ट के सामने पेश किया, जहां से कोर्ट ने आरोपी गोल्डी को जेल भेज दिया है।