पटनाः लोकआस्था के महापर्व छठ के आखिरी दिन बिहार में 15 लोगों की मौत हो गई। जिसमें सबसे बड़ी घटना नालंदा जिले में घटी, जहां 8 लोगों की डूबने से जान चली गई, जबकि दो लापता हैं। यहां एक ही घाट पर 5 लोग एक साथ डूब गए। वहीं, मधुबनी, लखीसराय, खगड़िया और रोहतास जिले में भी छठ घाट पर हुए हादसों में लोगों की जान चली गई। बता दें कि पटना, भागलपुर, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, मधुबनी, औरंगाबाद, गयाजी, बेतिया, गोपालगंज समेत अन्य जिलों में छठ घाटों पर व्रतियों की सुबह भारी भीड़ रही। उधर, मधुबनी जिले में अलग-अलग हादसों में 3 लोगों की मौत हुई।
खगड़िया में भी दो की जान गई और तीन लोग लापता हैं। रोहतास और लखीसराय जिले में एक-एक की मौत हुई। छठ पूजा के दौरान नदी या तालाब में डूबने या करंट लगने से इन लोगों की जानें गईं। नालंदा जिले में सिलाव थाना क्षेत्र के जुनैदी छठ घाट पर सफाई के दौरान नदी में डूबने से 13 वर्षीय किशोर की मौत हो गई। इस घटना से पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
मृतक की पहचान गिरियक थाना क्षेत्र के भोजपुर गांव निवासी भूषण यादव के पुत्र विकास कुमार के रूप में हुई है। परिजनों ने बताया कि विकास अपने दोस्तों के साथ घाट की सफाई करने गया था। सफाई कार्य पूरा करने के बाद वह दोस्तों के साथ नहाने के लिए नदी में उतर गया। इसी दौरान विकास का पैर फिसल गया और वह गहरे पानी में चला गया। पानी की तेज धार में बहने से वह डूब गया।
उसके दोस्तों ने शोर मचाया, जिसके बाद ग्रामीणों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन सफलता नहीं मिली।घटना की सूचना मिलने पर प्रशासन की मदद से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची और करीब चार घंटे की मशक्कत के बाद विकास का शव नदी से बाहर निकाला गया। सिलाव थानाध्यक्ष मुरली मनोहर आजाद ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया गया है।