गढ़वाः झारखंड के गढ़वा जिले में झूठी शान के खातिर हत्या के एक संदिग्ध मामले में एक व्यक्ति ने कथित तौर पर अपनी नाबालिग बेटी और उसके एक दिन के नवजात शिशु की हत्या कर दी। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यह घटना मेराल थाना क्षेत्र के ओरैया गांव में हुई। मृतका की पहचान राधिका कुमारी (17) और उसके एक दिन के बच्चे के रूप में हुई है। मेराल पुलिस थाने के प्रभारी अधिकारी विष्णुकांत ने कहा, ‘‘यह झूठी शान के लिए हत्या का मामला है। आरोपी पिता की पहचान अनिल चौधरी (45) के रूप में हुई है और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी ने अपना अपराध कबूल कर लिया है।’’ अधिकारी ने बताया कि पांच अक्टूबर को पुलिस को सूचना मिली थी कि नाबालिग लड़की और उसका बच्चा लापता हैं। उन्होंने कहा, ‘‘हमने उनकी तलाश शुरू की और पूछताछ के लिए उसके पिता को हिरासत में लिया। पूछताछ के दौरान उन्होंने बताया कि उनकी बेटी राधिका के पलामू जिले के एक व्यक्ति के साथ प्रेम संबंध थे।
बाद में वह घर से भाग गई और अपने पिता की इच्छा के विरुद्ध उस व्यक्ति से शादी कर ली।’’ अधिकारी ने बताया कि करीब चार-पांच महीने पहले मृतका के पति को बाल यौन अपराध संरक्षण (पोक्सो) कानून के तहत जेल भेज दिया गया था, लेकिन बाद में उसे रिहा कर दिया गया। दो अक्टूबर को पीड़िता ने गढ़वा के सदर अस्पताल में अपने बच्चे को जन्म दिया और बाद में दोनों के लापता होने की सूचना दी गई।
पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें सोमवार को मृतका के पति से इस संबंध में शिकायत मिली, जिसमें उसने शक जताया कि उसके पिता ने ही दोनों की हत्या की है।’’ अधिकारी ने कहा, ‘‘शिकायत के आधार पर हमने आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने बयान दिया कि उसने दोनों की गला घोंटकर हत्या कर दी थी और उन्हें गांव में एक सुनसान जगह पर दफना दिया था।
हमने सोमवार देर शाम उस स्थान से शव बरामद किए।’’ शवों को पोस्टमार्टम के लिए रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) ले जाया जा रहा है। उन्होंने बताया कि भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मेराल पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है और आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।