Charkhi Dadri:हरियाणा के चरखी दादरी जिले में गोमांस खाने के संदेह पर गौरक्षक समूह ने एक प्रवासी व्यक्ति की कथित तौर पर पीट-पीटकर हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने 27 अगस्त की इस घटना को "दुर्भाग्यपूर्ण" करार दिया, लेकिन कहा कि “भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने जैसी बातें कहना सही नहीं है।” पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, लगभग 20 साल के साबिर मलिक की 27 अगस्त को हत्या की गई थी। पुलिस ने आरोपियों की पहचान अभिषेक, मोहित, रविंदर, कमलजीत और साहिल के रूप में की है।
मुख्यमंत्री सैनी ने यहां संवाददाता सम्मेलन में घटना के बारे में पूछे जाने पर कहा, ''मॉब लिंचिंग जैसी बातें कहना ठीक नहीं है। हमने गायों की सुरक्षा के लिए राज्य विधानसभा में सख्त कानून बनाया है और इस बारे में कोई समझौता नहीं होगा।” उन्होंने कहा, “गांवों के अंदर इतनी श्रद्धा गौ माता के प्रति है कि अगर उन्हें (गांववालों को) पता चल जाए कि वे इस प्रकार की स्थिति पैदा कर रहे हैं, तो वहां जो होगा उसे कौन रोक सकता है। लेकिन मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी घटनाएं नहीं होनी चाहिए। ये चीजें दुर्भाग्यपूर्ण हैं।”
पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घटना के दिन आरोपियों ने कथित तौर पर खाली प्लास्टिक की बोतलें बेचने के बहाने मलिक को एक दुकान में बुलाया और वहां उसकी पिटाई की। अधिकारी ने कहा कि कुछ लोगों के हस्तक्षेप के बाद आरोपी मलिक को दूसरे स्थान पर ले गए और उसे फिर से पीटा, जिसके बाद उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि मलिक चरखी दादरी जिले के बंधरा गांव के पास एक झुग्गी में रहता था और जीवनयापन के लिए कबाड़ा बीनने का काम करता था। उन्होंने बताया कि सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और मामले में दो किशोरों को भी पकड़ा गया है।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है। अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने भोजन के नमूने को जांच के लिए फरीदाबाद की एक प्रयोगशाला में भेज दिया है।