पटना, 7 जुलाई: बिहार के सारण जिले के एकमा थाना क्षेत्र के परसागढ़ स्थित दीपेश्वर बाल ज्ञान निकेतन की 9वीं की एक छात्रा के साथ प्राचार्य व शिक्षक सहित कई स्कूली छात्रों द्वारा सामूहिक दुष्कर्म किये जाने का मामला सामने आया है। छात्रा अंजू (काल्पनिक नाम) ने अपने स्कूल के प्राचार्य और दो शिक्षकों के साथ 15 अन्य छात्रों पर भी सामूहिक दुष्कर्म (गैंगरेप) का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी प्राचार्य उदय सिंह समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस मामले में कुल 18 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। चार गिरफ्तार लोगों में स्कूल का प्राचार्य, एक शिक्षक और दो नाबालिग छात्र शामिल हैं। शिक्षा के मंदिर में हुई इस दुराचार जैसी घटना को सुनकर क्षेत्र के लोग पूरी तरह से स्तब्ध हैं। विद्यालय को बंद कर अन्य शिक्षक व कर्मचारी फरार हो गये हैं। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में शिक्षकों के प्रति काफी आक्रोश व्याप्त हो गया है। पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय ने बताया कि छात्रा के साथ पिछले सात माह से दुष्कर्म की घटना हो रही थी।
आज पीड़ित छात्रा ने महिला थाने में प्राचार्य, 2 शिक्षकों और 15 छात्रों को नामजद अभियुक्त बनाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई है। पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर सदर एसडीपीओ अजय कुमार सिंह तथा महिला थानाध्यक्ष इंद्रा रानी ने घटना स्थल पर जाकर मामले की जांच की और इस मामले में चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने छात्रा का मेडिकल जांच छपरा सदर अस्पताल में कराया है। इस मामले में पीडित छात्रा का बयान शनिवार को न्यायालय में दर्ज कराया जायेगा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अंजू के साथ यह घिनौना खेल 2017 में शुरू हुआ। पीड़िता के मुताबिक, स्कूल के तीन छात्रों ने टॉयलेट में उसके साथ रेप किया और उसका वीडियो बना लिया। वीडियो बनाने के बाद इन छात्रों ने छात्रा को ब्लैकमेल कर दूसरे छात्रों के साथ संबंध बनाने के लिए मजूबर किया। फिर दूसरे छात्र भी उसके साथ रेप करने लगे। पीड़ित छात्रा ने जब इसकी शिकायत स्कूल के प्रबंधन से की तो स्कूल प्रबंधन ने कोई कार्रवाई नहीं की। स्कूल प्रबंधन के लोगों ने इस घिनौने काम को न सिर्फ छिपाया बल्कि खुद भी छात्रा के साथ रेप करने लगे। बार-बार उसके साथ स्कूल में यह घिनौना काम होने लगा। जिससे परेशान छात्रा ने अपने परिजनों को यह बात बताई और फिर मामला पुलिस के पास पहुंचा।