Bengaluru Rameshwaram Cafe Blast Live Updates: कर्नाटक में बेंगलुरु के लोकप्रिय भोजनालय रामेश्वरम कैफे को पुलिस ने एक्शन लेना शुरू कर दिया। पुलिस ने जांच तेज कर दिया है और लोगों से सहयोग करने की अपील की है। बेंगलुरु पुलिस ने विस्फोट के संबंध में कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। इस बीच, राज्य के गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर मामले की जांच के लिए आज दोपहर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और अन्य शीर्ष अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय बैठक करने वाले हैं। उन्होंने कहा कि हम आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार करेंगे। विस्फोट में 10 लोग घायल हो गए। माना जाता है कि यह विस्फोट आईईडी के कारण हुआ था। सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, जिसमें बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में स्थित कैफे के अंदर एक आदमी बैग ले जाता दिख रहा है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि उस व्यक्ति की पहचान करने के प्रयास किए जा रहे हैं, जिसने अपना चेहरा आंशिक रूप से छिपा रखा था।
घटना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और सत्तारूढ़ कांग्रेस के बीच राजनीतिक विवाद पैदा कर दिया है। कई भाजपा नेताओं ने विस्फोट के लिए कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराया है, जबकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए भाजपा पर दुर्भाग्यपूर्ण घटना का राजनीतिकरण करने का आरोप लगाया है। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने शनिवार को एएनआई से कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने विधानसभा की घटना को गंभीरता से लिया होता तो आज यह घटना नहीं होती, कट्टरपंथियों को कांग्रेस का समर्थन मिल रहा है, इसलिए ये सब हो रहा है।
अधिकारियों के साथ जांच में कर रहे हैं सहयोग : रामेश्वरम कैफे
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के लोकप्रिय भोजनालय रामेश्वरम कैफे ने कहा कि विस्फोट के सिलसिले में वह संबंधित अधिकारियों के साथ उनकी जांच में सहयोग कर रहा है। रामेश्वरम कैफे ने एक बयान में कहा, ‘‘ हम अपनी ब्रुकफ़ील्ड शाखा में हुई इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना से बहुत दुखी हैं। हम प्रशासन और अधिकारियों के साथ उनकी जांच में सहयोग कर रहे हैं। ’’
कैफे की सह-संस्थापक और प्रबंध निदेशक दिव्या राघवेंद्र राव ने कहा, ‘‘ हमारी संवेदनाएं घायलों और उनके परिवारों के साथ हैं, तथा हम उन्हें सभी प्रकार की सहायता और देखभाल की पेशकश कर रहे हैं और उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। ’’ बेंगलुरु के एक लोकप्रिय रेस्तरां में शुक्रवार को कम तीव्रता का बम विस्फोट होने से कम से कम दस लोग घायल हो गए।
पुलिस ने मामले में कड़े यूएपीए प्रावधान लागू किए। पुलिस को संदेह है कि बैग के अंदर टाइमर लगे संवर्धित विस्फोटक उपकरण (आईईडी) में विस्फोट हो सकता है। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) की स्थानीय इकाई के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। बेंगलुरु पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया।
इस बीच, केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी, राज्यपाल थावर चंद गहलोत और भारतीय जनता पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष विजयेंद्र येदियुरप्पा ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की। जोशी ने 'एक्स' पर कहा, ‘‘ आज बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में जो अमानवीय घटना हुई वह वाकई निंदनीय है। मैंने राज्यपाल और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के साथ घायलों से मुलाकात की और स्थिति की जानकारी ली।’’
बेंगलुरु कैफे विस्फोट : यूएपीए, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज
बेंगलुरु पुलिस ने शहर के एक लोकप्रिय रेस्तरां रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुए विस्फोट के सिलसिले में गैर कानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत एक मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। नगर पुलिस आयुक्त कार्यालय के एक बयान में कहा गया है कि विस्फोट में 10 लोग हुए हैं।
बयान के अनुसार, विस्फोट दोपहर 12 बजकर 50 मिनट से एक बजे के बीच हुआ और घटना में होटल के कर्मी एवं ग्राहक सहित कुल 10 लोग घायल हुए हैं। हालांकि, किसी की मौत नहीं हुई है। इस संबंध में, एचएएल पुलिस थाने में यूएपीए और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बयान में कहा गया है कि फॉरेंसिक विशेषज्ञों और बम निरोधक दस्ते ने घटनास्थल का दौरा किया है तथा मामले की जांच की जा रही है। कर्नाटक के उप मुख्यमंत्री डी.के.शिवकुमार ने कहा कि बेंगलुरु के प्रसिद्ध रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुआ धमाका कम तीव्रता का था और उसमें टाइमर लगा हुआ था।
शिवकुमार ने राज्य के गृहमंत्री जी.परमेश्वर के साथ घटनास्थल का दौरा किया और बाद में अस्पताल में भर्ती घायलों से मिलने गए। शिवकुमार ने बताया, ‘‘धमाका अपराह्न करीब एक बजे हुआ। यह घटना रामेश्वरम कैफे में हुई। 28 से 30 वर्ष का एक युवक कैफे में आया और काउंटर पर रवा इडली खरीदने के बाद बैग कैफे के सामने एक पेड़ के नजदीक रखकर चला गया।
बैग रखने के करीब एक घंटे के बाद धमाका हुआ।’’ उपमुख्यमंत्री ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ यह कम तीव्रता का बम धमाका था। उसने (व्यक्ति) एक घंटे के बाद धमाका होने के लिए टाइमर लगाया था।’’ उन्होंने कहा कि केंद्रीय अपराध शाखा (सीसीबी) को जांच सौंपी गई है। एफएसएल और बम निरोधक दस्ता मौके पर है।
शिवकुमार ने कहा, ‘‘ सात से आठ टीम बनाई गई है और जांच की जा रही है। किसी को चिंतित होने की जरूरत नहीं है। जो भी (दोषी) होगा उसका पता लगाया जाएगा...पुलिस को जांच की पूरी आजादी है। हमें भरोसा है कि कुछ घंटों में ही वे दोषी का पता लगा लेंगे।’’ उन्होंने बताया कि घटना में 10 लोग घायल हुए हैं, लेकिन किसी की भी स्थिति गंभीर नहीं है और सभी खतरे से बाहर हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘हम सभी कोण से जांच कर रहे हैं। हमारे पुलिस अधिकारी जो भी उचित समझें, वे सभी कोण से जांच करने के लिए स्वतंत्र हैं।’’ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि मौजूदा कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में ऐसी घटनाएं हो रही हैं।
इन आरोपों के बारे में पूछे जाने पर शिवकुमार ने कहा, ‘‘उनके जो भी आरोप हैं उन्हें कहने दीजिए... हमारे लिए ये आरोप नहीं हैं, हम कर्नाटक की छवि देख रहे हैं।’’ उन्होंने सवाल किया, ‘‘...2022 में मंगलुरु (कूकर धमाका)में क्या हुआ था। इसी तरह की चीजें (भाजपा शासन में) हुई थीं। मैं यहां किसी पर आरोप लगाना नहीं चाहता।’’शिवकुमार ने भरोसा जताया कि पुलिस दोषी को पकड़ लेगी।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा)ने बेंगलुरु के लोकप्रिय रामेश्वरम कैफे में शुक्रवार को हुए धमाके को लेकर राज्य की कांग्रेस सरकार पर निशाना साधा। भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि इस घटना में सरकार की ‘बेरुखी’ और पुलिस के खुफिया तंत्र की नाकामी स्पष्ट होती है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार ऐसे अपराधों को तवज्जो नहीं दे रही है।
उन्होंने कहा, ‘‘ वह राज्य को अराजकता की ओर धकेल रही है और असामाजिक तत्वों के लिए पनाहगाह बना रही है।’’ विजयेंद्र ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में धमाके की खबर सुनकर परेशान हूं। घटना में घायल सभी लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। राज्य सरकार को विस्तृत जांच करानी चाहिए और दोषियों को पकड़ने के लिए कोई कसर नहीं छोड़नी चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि यह घटना पुलिस के खुफिया तंत्र की विफलता का भी सबूत है।
विजयेंद्र ने कहा, ‘‘हम पुलिस से मामले की गंभीरता से जांच करने और बिना राजनीतिक दबाव के इन तत्वों को उखाड़ फेंकने की अपील करते हैं।’’ विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता आर.अशोक ने दावा किया कि रामेश्वरम कैफे में हुआ धमाका मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के नेतृत्व में गठित कांग्रेस सरकार के शासन में कर्नाटक की ‘खराब होती कानून व्यवस्था’ का एक और उदाहरण है।
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘जब भी कांग्रेस सत्ता में आती है आतंकवादी और राष्ट्र विरोधी तत्व खुद को सबल महसूस करने लगते हैं, क्योंकि उसकी नीति निर्लज्ज और बेलगाम तुष्टिकरण की है।’’ कांग्रेस सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की ‘चुनावी गारंटी’ पर कटाक्ष करते हुए अशोक ने कहा, ‘‘कांग्रेस सरकार को पहले कर्नाटक के लोगों की सुरक्षा एवं संरक्षा की ‘गारंटी’सुनिश्चित करनी चाहिए।’’
इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा था कि घटना का राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और सभी को सहयोग करना चाहिए। उन्होंने साथ ही आश्वासन दिया कि इसमें शामिल लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। बेंगलुरु दक्षिण से भाजपा के लोकसभा सदस्य तेजस्वी सूर्या ने मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से पुलिस और जांच एजेंसियों को जांच करने और घटना के बारे में बेंगलुरु के लोगों को स्पष्ट जवाब देने के लिए खुली छूट देने को कहा।