पटना: कोरोना महामारी के खिलाफ चलाये गये टीकाकरण अभियान के लिए बनाए गये CoWIN पोर्टल से कथित डेटा चोरी के आरोपी को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किये गये शख्स पर आरोप है कि उसने CoWIN पोर्टल से टीकाकरण में शामिल हुए लोगों की गोपनीय जानकारी चुराई और उसे सोशल प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर अपलोड कर दिया।
समाचार वेबसाइट इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार बिहार से गिरफ्तार किये गये आरोपी की मां राज्य के स्वास्थ्य विभाग की कर्मचारी है। पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने मां के जरिये ही कथिततौर पर डेटा चोरी को अंजाम दिया है। इस कारण पुलिस आरोपी की मां से भी पूछताछ कर रही है। आरोपी को टेलीग्राम बॉट बनाने के बाद पुलिस ने उसके बिहार स्थित आवास से गिरफ्तार किया है।
बीते हफ्ते यह सनसनीखेज जानकारी सामने आयी थी कि CoWIN एप पर कोरोना का टीका लगवाने के लिए पंजीकृत हुए लाभार्थियों द्वारा मुहैया कराई गई गोपनीय जानकारी लीक की गई है। पड़ताल पर पत चला कि कथित डेटा को टेलीग्राम बॉट से एक्सेस किया गया था, जिसमें पोर्टल पर पंजीकृत लोगों के लिंग, जन्मतिथि, आधार कार्ड, पता, टीकाकरण के लिए केंद्र आदि जैसे डेटा सुरक्षित थे।
विवाद के तूल पकड़ने के बाद 12 जून को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई, जिसमें इस बात का दावा किया गया कि टेलीग्राम बॉट द्वारा CoWIN के एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस का उपयोग नहीं किया जा रहा था।
इसके साथ ही केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मामले में सपाई देते हुए कहा कि नोडल साइबर सुरक्षा एजेंसी भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम ने कथित डेटा लीक मामले की समीक्षा की है और पाया कि CoWIN पोर्टल से किसी भी तरह के डेटा लीक नहीं हुआ है।
इसके साथ ही केंद्र सरकार ने मामले में स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि टेलीग्राम बॉट पहले से लीक किये गये CoWIN डेटाबेस का दुरुपयोग कर रहा था। इस संबंध में दिल्ली पुलिस ने अपनी तहकीकात के बाद कहा कि उन्होंने भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम के साथ मिलकर मामले की जांच की और टेलीग्राम प्लेटफॉर्म से बॉट और उसके निर्माता के बारे में पूरा विवरण देने के लिए कहा है।
मामले की जांच में शामिल एक अधिकारी ने कहा, "आरोपी तक पहुंचने के लिए तकनीकी निगरानी का उपयोग किया गया और बिहार स्थित उसके आवास से गिरफ्तार किया गया है। चूंकि उसकी मां स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है, इस कारण हमें संदेह है कि CoWIN पोर्टल में की गई सेंधमारी में आरोपी की मां सहायक हो सकती है। इस कारण से हम आरोपी की मां से भी पूछताछ कर रहे हैं।"