नई दिल्ली, 19 मई: कोलकाता नाइटराइडर्स की टीम जब शनिवार को आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ उतरेगी तो उसकी नजरें जीत के साथ प्लेऑफ में जगह बनाने पर होंगी। केकेआर के अभी 13 मैचों में 7 जीत के साथ 14 अंक हैं और वह पॉइंट्स टेबल में तीसरे स्थान पर है।
हैदराबाद के खिलाफ जीत उसकी प्लेऑफ में जगह पक्की कर देगा लेकिन हार उसे अगर-मगर के भंवर में फंसा देगी, यहां तक कि कोलकाता की टीम प्लेऑफ की दौड़ से बाहर भी हो सकती है। आइए जानें कोलकाता की टीम कैसे प्लेऑफ में जगह बना सकती है और क्या चीज उसे बाहर का रास्ता दिखा सकती है।
प्लेऑफ में कैसे पहुंच सकता है कोलकाता नाइटराइडर्स
सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ शनिवार को मिलने वाली जीत दिनेश कार्तिक की कप्तानी वाली कोलकाता नाइटराइडर्स को आईपीएल 2018 में प्लेऑफ की टिकट दिला देगी। यहां तक कि हैदराबाद पर बड़े अंतर से जीत उसे पॉइंट्स टेबल में चेन्नई से ऊपर दूसरे स्थान पर पहुंचा सकती है। हालांकि चेन्नई का अभी एक मैच बाकी है ऐसे में वह कोलकाता को पीछे छोड़कर फिर से दूसरे स्थान पर आ सकती है। कुल मिलाकर गणित सीधा है, हैदराबाद के खिलाफ बड़े अंतर से जीत कोलकाता को प्लेऑफ में जगह दिला देगी। (पढ़ें: IPL: केकेआर को प्लेऑफ में पहुंचने के लिए हैदराबाद के खिलाफ चाहिए सिर्फ जीत, शाम 8 बजे मैच)
केकेआर की टीम हारकर भी कैसे पहुंच सकती है प्लेऑफ में
अगर हैदराबाद के खिलाफ कोलकाता की टीम मैच हार जाए तब भी वह एक स्थिति में प्लेऑफ में पहुंच सकती है। लेकिन ऐसा तभी होगा जब मुंबई और बैंगलोर में से कोई एक ही अपना आखिरी मैच जीते। ऐसी स्थिति में राजस्थान और पंजाब की टीमें अगर जीत जाती हैं तो उनके अंक कोलकाता के बराबर हो जाएंगे। ऐसे में कोलकाता नेट रन रेट में बाजी मारते हुए क्वॉलिफाई कर जाएगा। (पढ़ें: IPL 2018: राजस्थान रॉयल्स को महंगे पड़े 12.5 करोड़ में बिके बेन स्टोक्स, 6.80 लाख रुपये का पड़ा हर रन)
केकेआर की टीम कैसे हो सकती है प्लेऑफ की रेस से बाहर
केकेआर की टीम 7 मैच जीतकर 14 अंक जुटाने के बावजूद अभी भी प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो सकती है। अगर कोलकाता की टीम हैदराबाद के खिलाफ मैच हारी तो उसका भविष्य अनिश्चितता में फंस जाएगा। इसके बाद अगर बैंगलौर और मुंबई की टीमें अपने आखिरी मैच जीत जाती हैं तो कोलकाता का सफर खत्म हो जाएगा क्योंकि उसका नेट रन रेट (-0.091) मुंबई (+0.384) और बैंगलोर (+0.264) से खराब है।