लखनऊः योगी सरकार ने बुधवार को प्रदेश की 1.86 करोड़ महिलाओं को एलपीजी सिलेंडर का दीपावली गिफ्ट दिया. यहां लोकभवन में आयोजित एक भव्य समारोह में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मुफ्त एलपीजी सिलेंडर रिफिल योजना का शुभारंभ किया और दस महिलाओं को गैस सिलेंडर रिफिल सब्सिडी का वितरण किया. इस दौरान सीएम योगी ने यह कहा कि दीपावली के पहले यह प्रदेश के गरीब परिवारों के लिए एक बड़ा उपहार है. हमने वर्ष 2021 में यह वादा किया था कि वर्ष में दो बार होली और दीपावली के अवसर पर उज्ज्वला योजना के महिलाओं को मुफ्त रसोई गैस सिलेंडर दिए जाएंगे, इसे हम निभा रहे हैं. अब प्रदेश में वह सरकार नहीं है जो दंगाइयों के सामने घुटने टेक दे, यह सरकार जो जिस भाषा में जो समझेगा, उसी भाषा में जवाब देना जानती है. अब राज्य में उत्साह और उमंग के त्योहार में यदि किसी ने व्यवधान डाला तो जेल की सलाखें उसका इंतजार कर रही हैं.
पहली बार बिना भेदभाव के गरीबों तक पहुंची योजनाएं
इस कार्यक्रम में सीएम योगी ने यह भी कहा कि किसी भी लोक कल्याणकारी सरकार का दायित्व होता है कि वह शासन की योजनाओं का लाभ ईमानदारी से उन गरीबों, वंचितों और दलितों तक पहुंचाए, जो इसके पात्र हैं. आज देश में 11 करोड़ गरीब परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन दिया गया है और प्रदेश के 1.86 करोड़ परिवारों को इसका लाभ मिल रहा है.
पहले जहां गरीब लकड़ी, कोयले या उपलों में खाना पकाते थे जिससे परिवार बीमार पड़ते थे, आज उज्ज्वला योजना के तहत एलपीजी के चूल्हे पर खाना बना रहे हैं. मुख्यमंत्री के अनुसार, गैस सिलेंडर रिफिल सब्सिडी वितरण योजना के तहत वित्तीय वर्ष 2025-26 में दो चरणों में मुफ्त सिलेंडर रिफिल वितरित किए जाएंगे.
पहला चरण अक्टूबर 2025 से दिसंबर 2025 तक और दूसरा चरण जनवरी 2026 से मार्च 2026 तक चलेगा. इसके लिए सरकार ने 1500 करोड़ रुपए का बजट प्रावधान किया है. पहले चरण में 1.23 करोड़ आधार प्रमाणित लाभार्थियों को लाभ मिलेगा, जिनके बैंक खातों में सब्सिडी की राशि सीधे हस्तांतरित की जाएगी.
इस धनराशि से लाभार्थी 14.2 किलोग्राम का एलपीजी सिलेंडर बाजार दर (सब्सिडी सहित) पर खरीदेंगे और 3-4 दिनों के भीतर सब्सिडी की पूरी राशि उनके आधार लिंक्ड बैंक खातों में जमा कर दी जाएगी, जिनके पास 5 किलोग्राम के सिलेंडर हैं, वे भी 14.2 किलोग्राम के सिलेंडर का लाभ ले सकते हैं. योजना का लाभ एकल कनेक्शन धारकों को भी मिलेगा.
यूपी में उज्ज्वला योजना के 1.86 करोड़ कनेक्शन हैं. योजना के सुचारू संचालन के लिए राज्य और जिला स्तर पर समितियां गठित की गई हैं. राज्य स्तर पर खाद्य आयुक्त कार्यालय में समिति नियमित समीक्षा करेगी, जबकि जिला स्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में साप्ताहिक बैठकें होंगी. शिकायत निवारण तंत्र के जरिए लाभार्थियों की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित किया जाएगा.
सरकार ने यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं कि उपभोक्ताओं को 14.2 किलोग्राम गैस पूरी मात्रा में मिले. यदि सिलेंडर का वजन कम पाया जाता है तो वितरक को उसे तुरंत बदलना होगा. बांट माप विभाग और जिला प्रशासन को नियमित जांच के लिए कहा गया है. उन्होने यह भी कहा कि राज्य में अगर किसी ने बेटी की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ किया, तो अगले चौराहे पर यमराज टिकट काटने के लिए खड़ा होगा.
यदि किसी को यमराज से टिकट कटवाना हो तो वह किसी राह चलती बेटी के साथ छेड़खानी करके देख ले. यह हमारी वचनबद्धता है कि हर बेटी, हर व्यापारी, हर राहगीर को सुरक्षा देंगे. जो भी रंग में भंग डालने की कोशिश करेगा, जेल की सलाखें उसका इंतजार कर रही हैं.