मुंबई, 22 अप्रैल केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने बृहस्पतिवार को कहा कि देश में शहरीकरण के साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी पर विशेष रूप से ध्यान होना चाहिए।
‘एक दुनिया, एक हकीक़त’विषय पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आवास एवं शहरी कार्य मंत्री पुरी ने कहा कि सरकार ने वैश्विक आवास प्रौद्योगिकी चुनौती पेश की है जिसका मकसद शहरीकरण के मामले में सतत समाधान तलाश करना है।
उन्होंने सम्मेलन में कहा, ‘‘हम सभी जलवायु परिवर्तन के प्रतिकूल प्रभाव से अवगत हैं। शहरीकरण के साथ कार्बन उत्सर्जन में कमी पर मुख्य रूप से ध्यान होना चाहिए। यह हमारी आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य के लिए यह जिम्मेदारी है।’’
पुरी ने कहा कि आवास प्रौद्योगिकी चुनौती इमारतों और मकानों को अधिक सतत और टिकाऊ व्यवहारिक समाधान लाएगी।
नागर विमानन मंत्री की भी जिम्मेदारी संभाल रहे पुरी ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों को निर्धारित समयसीमा 2030 तक हासिल करने के लिये प्रतिबद्ध है। उन्होंने यह भी कहा कि 2014 में राजग के सत्ता में आने के बाद सरकार द्वारा शहरीकरण कार्यक्रमों के शुभारंभ के बाद लक्ष्य को अपनाया गया था
उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मकान, स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत स्वच्छता कार्यक्रम, स्मार्ट सिटी कार्यक्रम के तहत आधुनिक शहरों समेत शहरीकरण के क्षेत्र में बड़े स्तर पर निवेश किये गये हैं।
पुरी ने कहा कि नीति का मुख्य मकसद लोगों के जीवन को सुगम और बेहतर बनाना है।
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