लाइव न्यूज़ :

5 माह में 3500 अधिकारियों की नियुक्ति, 1 साल में 18000 लोगों को नौकरी?, जानें उम्र सीमा और वेतनमान, कैसे करें अप्लाई

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: October 26, 2025 20:38 IST

State Bank of India: आईटी और साइबर सुरक्षा क्षेत्र की देखभाल के लिए लगभग 1,300 अधिकारियों का चयन पहले ही किया जा चुका है।

Open in App
ठळक मुद्देइतनी ही संख्या में रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया जारी है... आवेदन प्राप्त हो गए हैं।पीओ के 541 रिक्त पदों के लिए विज्ञापन जारी हो चुका है। तीन चरणों वाली प्रक्रिया से होती है- प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।

नई दिल्लीः भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) अपने परिचालन को मजबूत करने और देश भर में सेवा वितरण को बेहतर बनाने के लिए लगभग 3,500 अधिकारियों की नियुक्ति करने की योजना बना रहा है। देश के सबसे बड़े बैंक के उप प्रबंध निदेशक (मानव संसाधन) और मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) किशोर कुमार पोलुदासु ने बताया कि बैंक ने जून में 505 परिवीक्षाधीन अधिकारियों (पीओ) की भर्ती की है। उन्होंने बताया, ‘‘इतनी ही संख्या में रिक्तियों को भरने की प्रक्रिया जारी है... आवेदन प्राप्त हो गए हैं।’’

उन्होंने विशेषज्ञ अधिकारियों के संबंध में कहा कि आईटी और साइबर सुरक्षा क्षेत्र की देखभाल के लिए लगभग 1,300 अधिकारियों का चयन पहले ही किया जा चुका है। पीओ के 541 रिक्त पदों के लिए विज्ञापन जारी हो चुका है। आवेदन पहले ही मिल चुके हैं। पीओ की भर्ती तीन चरणों वाली प्रक्रिया से होती है- प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार।

उन्होंने आगे बताया, ‘‘लगभग 3,000 सर्किल आधारित अधिकारियों की नियुक्ति पर विचार किया जा रहा है। यह काम चालू वित्त वर्ष में पूरा हो जाना चाहिए।’’ इस साल की शुरुआत में, एसबीआई के चेयरमैन सी एस शेट्टी ने कहा था कि बैंक की विभिन्न श्रेणियों में कुल भर्तियां लगभग 18,000 होंगी।

इनमें से लगभग 13,500 लिपिकीय भर्तियां होंगी, और बाकी परिवीक्षाधीन अधिकारी और स्थानीय स्तर पर कार्यरत अधिकारी होंगे। एसबीआई ने पहली तिमाही में कहा था कि वह अपनी शाखाओं में ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए 13,455 जूनियर एसोसिएट्स और 505 पीओ की भर्ती करेगी।

पोलुदासु ने यह भी कहा कि देश के सबसे बड़े ऋणदाता ने लैंगिक विविधता को बढ़ावा देने के लिए एक रणनीति तैयार की है, जिसका लक्ष्य पांच वर्षों के भीतर अपने महिला कार्यबल को 30 प्रतिशत तक बढ़ाना है। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों की बात करें, तो महिलाएं लगभग 33 प्रतिशत हैं, लेकिन कुल मिलाकर वे कुल कार्यबल का 27 प्रतिशत हैं।

इसलिए, हम इस प्रतिशत को बेहतर बनाने की दिशा में काम करेंगे।’’ उन्होंने कहा कि बैंक इस अंतर को पाटने और मध्यम अवधि में अपने कार्यबल में 30 प्रतिशत महिलाओं के लक्ष्य को हासिल करने के लिए कदम उठा रहा है। एसबीआई के कुल कर्मचारी 2.4 लाख से अधिक हैं, जो देश के बैंकिंग उद्योग में सबसे अधिक है।

उन्होंने आगे कहा कि बैंक एक ऐसा कार्यस्थल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, जहां महिलाएं सभी स्तर पर उन्नति कर सकें। बैंक के कुछ महिला-केंद्रित उपायों के बारे में पोलुदासु ने कहा कि बैंक शिशु की देखभाल के लिए भत्ता देता है, एक परिवार संपर्क कार्यक्रम चलाता है, और मातृत्व अवकाश या लंबी बीमारी की छुट्टी से लौटने वाली महिला कर्मचारियों की मदद के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित करता है।

टॅग्स :SBIjobs
Open in App

संबंधित खबरें

भारतDrung Waterfall: महीनों बाद खुला द्रुग वाटरफाल, टंगमर्ग राइडर्स की रोजी-रोटी में मदद मिली

कारोबारOmnicom layoffs: इंटरपब्लिक ग्रुप के टेकओवर के बाद मार्केटिंग की बड़ी कंपनी 4,000 से ज़्यादा की छंटनी, अपने कई ब्रांड करेगी बंद

क्राइम अलर्टजबरन धन की वसूली, पुलिसकर्मी सेवा से बर्खास्त सिपाही ध्रुव चंद्र-राजू यादव, जानें कहानी

कारोबारऐसी शिक्षा चाहते हैं जो करियर बनाने में सहायक हो?, 97 प्रतिशत भारतीय छात्र ने अध्ययन में किया खुलासा, विदेश में अध्ययन करने के लिए रोजगार, कार्य अनुभव और कौशल आवश्यक

कारोबारखास सॉफ्टवेयर से कर्मचारी पर नजर रख रहा Cognizant, 5 मिनट भी 'कामचोरी' किए तो...

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन

कारोबारGPS Spoofing: 'इसे हल्के में मत लो!' अंकुर चंद्रकांत का अलर्ट हुआ वायरल, कौन हैं निशाने पर?