नई दिल्ली:शेयर बाजार में आईआईएफएल सिक्योरिटीज के संजीव भसीन पर लगे हेराफेरी के आरोपों की जांच कैपिटल मार्केट नियंत्रक भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) जांच कर रही है। यह बात मनीकंट्रोल की वेबसाइट के जरिए सामने आई है। सेबी ने अपनी जांच में भसीन की डिजिटल डिवाइस भी उनकी जांच का हिस्सा रही और इसके जरिए उन्होंने साक्ष्य जुटाएं। भसीन अक्सर कई बिजनेस न्यूज चैनल और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी बात रखते हुए दिखाई देते हैं।
स्टॉक मार्केट ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म ने मनीकंट्रोल को बताया कि भसीन अब आईआईएफएल के बोर्ड सदस्य नहीं है और कंपनी के साथ उनका कार्यकाल समय से पहले समाप्त कर दिया गया था। रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी की शुरुआती जांच से पता चला है कि भसीन एक निजी कंपनी को विशिष्ट स्टॉक खरीदने का आदेश देंगे जिसके बाद वह मीडिया चैनलों पर व्यापारियों को इन शेयरों को खरीदने की सिफारिश करेंगे।
रिपोर्ट के अनुसार, भसीन के पिछले 5 साल के डिजिटल रिकॉर्ड्स को सभी शेयर बाजार के नियंत्रक को दिए। जांच में भसीन और इस इकाई के बीच संबंध की भी जांच की जा रही है। बाजार की भाषा में, बाजार नियामक द्वारा जांच की जा रही कार्रवाइयों को 'पंप और डंप' योजना के रूप में जाना जाता है।
रिपोर्ट में IIFL सिक्योरिटीज के एक बयान के हवाले से कहा, "संजीव भसीन आईआईएफएल सिक्योरिटीज के साथ अनुबंध के आधार पर एक सलाहकार के रूप में जुड़े थे। उनका कार्यकाल 30 जून, 2024 को समाप्त होना था। हालांकि, स्वास्थ्य कारणों से भसीन का अनुबंध समय से पहले बंद कर दिया गया है।"
आईआईएफएल सिक्योरिटीज ने कहा कि भसीन ने कंपनी को सेबी की पूछताछ के बारे में सूचित किया था, लेकिन इसके विवरण का खुलासा नहीं किया गया था। इसलिए मार्केट में ब्रोकरेज ने सेबी की चल रही जांच पर कोई टिप्पणी करने से परहेज किया।