नयी दिल्ली 26 अगस्त (भाष) खाद्य तेल उद्योग के संगठन सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एसईइए) ने सरकार से मुंबई बंदरगाह ट्रस्ट और तूतीकोरिन बंदरगाह के जरिये जीएम सोयामील आयात करने की अनुमति देने की मांग की है। एसईए ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार ने नवी मुंबई के न्हावा शेवा बंदरगाह से 12 लाख टन जीएम सोयामील के आयात की अनुमति दी है। संगठन की मांग है कि मुंबई बंदरगाह न्यास और तूतीकोरिन बंदरगाह के जरिये भी आयात की अनुमति दी जानी चाहिए, जहां बड़े मालवाहक जहाज आ सकते हैं। सरकार ने वर्तमान में सोयामील आयात के जहाजों और कंटेनरों को केवल महाराष्ट्र के न्हावा शेवा बंदरगाह पर लदान- उतारने की अनुमति दी हुई है। एसईए ने एक बयान में कहा, ‘‘न्हावा शेवा बंदरगाह केवल कंटेनर के जरिये ढुलाई वाले मालवाहक जहाजों के लिये उपयुक्त है। लेकिन दुनियाभर में कंटेनर के जरिये माल ढुलाई के मौजूदा परिवेश को देखते हुये हमारा मानना है कि इस बंदरगाह पर कंटरेनर में मुश्किल ही सोयामील आयेगा।’’ निकाय ने कहा कि इस संबंध में वाणिज्य सचिव अनूप वाधवान और विदेश व्यापार महानिदेशक (डीजीएफटी) अमित यादव को भी एक ज्ञापन दिया गया है। उसने कहा कि न्हावा शेवा बंदरगाह ने बहुत लंबे समय से थोक में माल लाने वाले जहाजों से माल का लदान- उतरान नहीं किया है और यहां इस तरह के थोक माल परिवहन के जहाजों के बुनियादी ढांचा भी उपलब्ध नहीं है। इन्हीं परेशानियों को लेकर एसईए ने सरकार से मुंबई बंदरगाह ट्रस्ट को भी सोयामील के आयात के लिये शामिल करने का अनुरोध किया है। इसके साथ ही संगठन ने तूतीकोरिन बंदरगाह में भी सोयामीन के आयात की अनुमति दिये जाने का अनुरोध किया है।
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