पाकिस्तान जेल में बंद पूर्व PM इमरान खान को बड़ा झटका, सरकार इस आधार पर लगाने जा रही PTI पर बैन
By आकाश चौरसिया | Published: July 15, 2024 03:40 PM2024-07-15T15:40:12+5:302024-07-15T16:11:09+5:30
शहबाज शरीफ सराकर में सूचना मंत्री ने सूचना देते हुए बताया कि देश विरोधी गतिविधि के आरोप में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी को बैन करना ठीक है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के पास पीटीआई को बैन करने के उचित सबूत भी हैं।
इस्लामाबाद:पाकिस्तान सरकार ने जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को देश विरोधी गतिविधी के आरोप में उनकी राजनीतिक पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) को बैन करने का फैसला लिया है। एएफपी ने पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार के हवाले से कहा, "सरकार ने फैसला किया है कि संघीय सरकार पीटीआई (पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ) पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक मामला आगे बढ़ाएगी।"
मंत्री ने अपनी बात रखते हुए आगे कहा कि हमारा मानना है कि इस बात के विश्वसनीय सबूत हैं कि पीटीआई पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। गौर करने वाली बात है कि इमरान खान जेल में करीब एक साल से बंद है और उनपर तब से केस चल रहा है। उन्होंने इस बात के पता चलने पर बोला कि उन्हें चुनाव में कदम रखने से पहले उनको रोका और साजिश रची जा रही है।
इससे पहले क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को पिछले साल 9 मई को हुए दंगों के मामले में लाहौर पुलिस ने 'गिरफ्तार' कर लिया था, जब राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) ने तोशाखाना मामले में उनकी आठ दिन की रिमांड पर भेजने के लिए कोर्ट ने अनुमति दे दी थी।
पिछले हफ्ते लाहौर एटीसी ने पीटीआई चीफ को 9 मई को हुए दंगे से जुड़े तीन मामले में बेल देने से इनकार कर दिया था और पुलिस को उनसे पूछताछ करने के लिए कस्टडी दे दी थी। उन पर पिछले साल 9 मई को लाहौर कोर कमांडर हाउस, जिसे जिन्ना हाउस, अस्करी टॉवर और शादमान पुलिस स्टेशन के नाम से जाना जाता है, उस पर हमले में उकसाने के आरोप में मामला दर्ज किया गया था।
शहबाज शरीफ सरकार की ओर से ये बड़ा कदम पाक की सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले के बाद आया है, जिसमें पीटीआई को कहा गया था कि केंद्रीय संसद में आरक्षित सीटों के शेयरों में उसका भी हक और सीटों के लिए योग्य है। शीर्ष अदालत के फैसले के बाद, पीटीआई 109 सीटों के साथ नेशनल असेंबली में सबसे बड़ी पार्टी बन गई है।
2022 में सत्ता से बेदखल हुए इमरान खान लगातार पाकिस्तानी सेना नेतृत्व और उसके समर्थकों पर हमले कर रहे हैं। साल 1992 विश्व कप विजेता क्रिकेट कप्तान के खिलाफ कई मामले दर्ज किए गए हैं।