नई दिल्लीः वैश्विक रेटिंग एजेंसी एसएंडपी ने शुक्रवार को एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और टाटा कैपिटल सहित शीर्ष 10 वित्तीय संस्थानों की रेटिंग बढ़ा दी। यह कदम अमेरिकी एजेंसी द्वारा भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग बढ़ाने के एक दिन बाद उठाया गया है। एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग्स ने कहा, "भारत के वित्तीय संस्थान देश की अच्छी आर्थिक वृद्धि का लाभ उठाते रहेंगे।
इन संस्थानों को घरेलू क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करने और प्रणाली में संरचनात्मक सुधारों से लाभ होगा।" एसएंडपी ने सात भारतीय बैंकों- भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक लिमिटेड, कोटक महिंद्रा बैंक, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एवं इंडियन बैंक और तीन वित्तीय कंपनियों- बजाज फाइनेंस, टाटा कैपिटल और एलएंडटी फाइनेंस की दीर्घकालिक क्रेडिट रेटिंग बढ़ा दी है।
एसएंडपी ने कहा, "हम उम्मीद करते हैं कि भारत के बैंक अगले 12-24 महीनों में अपनी संपत्ति की गुणवत्ता, लाभप्रदता और पूंजीकरण बनाए रखेंगे, भले ही कुछ क्षेत्रों में दबाव हो।" एसएंडपी ने यह भी बताया कि बैंकिंग सिस्टम में क्रेडिट जोखिम कम हुआ है।
एसएंडपी ने कहा कि कई वित्तीय संस्थानों की रेटिंग भारत की सरकारी क्रेडिट रेटिंग तक सीमित है, क्योंकि सरकार का सीधा और अप्रत्यक्ष प्रभाव बैंकिंग प्रणाली पर होता है। इसने यह भी कहा कि दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (आईबीसी) ने भारत में भुगतान संस्कृति और कानून के शासन में सुधार किया है।
एसएंडपी ने एक दिन पहले बृहस्पतिवार को 18 साल से अधिक के अंतराल के बाद भारत की क्रेडिट रेटिंग को बढ़ाकर 'बीबीबी' कर दिया था। उसने उम्मीद जताई कि भारत की मज़बूत आर्थिक बुनियाद अगले दो-तीन वर्षों में वृद्धि की रफ्तार को मजबूत बनाए रखेगी।