नई दिल्ली: अमेरिकी बेस्ड वॉलमार्ट की कंपनी फोन पे ने 21 फरवरी को भारतीयों के लिए इंडस ऐपस्टोर लॉन्च कर दिया है। इसे भारत में आईटी मंत्री अश्वणी वैष्णव ने लॉन्च किया है। भारत में कंपनी बने ऐप स्टोर से गूगल प्ले स्टोर को चुनौती देने जा रही है, कंपनी ने ये भी माना है कि भारत में मोबाइल यूजर्स की संख्या को देखते हुए इसे बाजार में उतारा है। डिजिटल पेमेंट फर्म ने मार्केट में कुछ दिन पहले एंड्रॉइड डेवलपर के लिए 'द मार्केट प्लेस लॉन्च' किया था और अब इंडस की लॉन्चिंग करीब 4 महीने के बाद हुई।
ऐप्स डाउलोड पर भारतीय इतने ट्रिलियन करते हैं खर्चइंडस ऐपस्टोर भारतीय मार्केट में अपनी जगह बनाने चाहती है, क्योंकि भारत की अर्थव्यवस्था लगातारा विस्तार कर रही है। भारत के लोग हर घंटे में साल 2023 में मोबाइल ऐप्स के लिए करीब 1.19 ट्रिलियन रुपए खर्च करते हैं और साल 2021 में 954 बिलियन से काफी ज्यादा है। इस बात की जानकारी data.ai की रिपोर्ट में सामने आई है। भारत सबसे ज्यादा ऐप डाउनलोड करने में विश्व में सबसे आगे है।
यह लॉन्च गूगल और देश की कुछ शीर्ष स्टार्टअप और इंटरनेट कंपनियों के बीच पूर्व की प्ले स्टोर नीतियों और कमीशन शुल्क को लेकर चल रहे गतिरोध के बीच भी हुआ है।
बिना ईमेल लिंक के करें मोबाइल में ओपनअभी इंडस ऐपस्टोर फोन पे की वेबसाइट पर उपलब्ध है, जहां से उपभोक्ता डाउनलोड कर सकते हैं और समार्टफोन में मैनुएली इंस्टॉल कर सकते हैं। इसके अलावा कंपनी बिना ईमेल खाते को लिंक किए मोबाइल नंबर आधारित लॉग-इन सिस्टम भी दे रहा है।
-फोन पे ने नवंबर 2023 तक ऐप स्टोर को अपने उपकरणों में एकीकृत करने के लिए नोकिया और लावा जैसे ओईएम (मूल उपकरण निर्माताओं) के साथ साझेदारी की है। एंड्रॉइड डेवलपर्स के लिए इंडस ऐपस्टोर उन्हें अंग्रेजी के अलावा 12 भारतीय भाषाओं में अपने ऐप्स को सूचीबद्ध करने की अनुमति देता है, साथ ही इन भाषाओं में अपने ऐप लिस्टिंग में मीडिया और वीडियो अपलोड करने की भी अनुमति देता है।
-इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि ऐप मार्केटप्लेस गूगल प्ले स्टोर और एप्पल ऐप स्टोर द्वारा लगाए गए 15-30 फीसदी शुल्क की तुलना में इन-ऐप खरीदारी पर शून्य प्रतिशत शुल्क लेगा। कंपनी का दावा है कि उसने 45 श्रेणी में 2 लाख मोबाइल ऐप और गेम जोड़े हैं।
-सितंबर में 'फोन पे' ने कहा था कि जो भी ऐप इसपर लिस्टिंग होंगे, उन्हें पहले साल में मुफ्त सेवा दी जाएगी, फिर इसके बाद नॉमिनल चार्ज लिया जाएगा। 'फोन पे' के सह-संस्थापक समीर निगम ने उस समय कहा था कि डेवलपर्स प्लेटफॉर्म पर अपनी पसंद के किसी भी भुगतान गेटवे को एकीकृत करने में सक्षम होंगे।
-इंडस ऐपस्टोर का दावा है कि वह सुनिश्चित सहायता और प्रश्नों के त्वरित समाधान के साथ ईमेल या चैटबॉट के माध्यम से 24x7 सहायता प्रदान करता है, जो कि डेवलपर्स को अक्सर गूगल और एप्पल के साथ मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।