डिजिटल भुगतान समाधान कंपनी पेपाल ने देश में आक्रामक तरीके से नियुक्तियों के जरिये अपनी टीम के निर्माण की प्रतिबद्धता जताई है। पेपाल ने कहा है कि भारत उसकी विकास क्षमताओं का ‘आधार’ है। अमेरिका की कंपनी ने एक अप्रैल को घरेलू भुगतान सेवाओं से बाहर निकलने की घोषणा की थी। पेपाल ने कहा कि वह छोटे कारोबार क्षेत्रों को डिजिटल मंच के इस्तेमाल के जरिये अपनी सीमापार बिक्री को बढ़ाने में सहयोग दे रही है। पेपाल के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (ओमनी पेमेंट्स) जिम मैगट्स ने वर्चुअल तरीके से संवाददाता से बात करते हुए कहा, ‘‘चेन्नई और बेंगलुरु में हमारी उल्लेखनीय उपस्थिति है। इसके अलावा मुंबई में हमारा बिक्री एवं विपणन कार्यालय है। भारत हमारी विकास क्षमताओं का आधार है।’’ कंपनी के बेंगलुरु, चेन्नई और हैदराबाद केंद्रों में 5,500 से अधिक कर्मचारी कार्यरत हैं। पेपाल के उपाध्यक्ष (साइट विश्वसनीयता और क्लाउड इंजीनियरिंग) वेस हमल ने कहा कि कंपनी भारत में आक्रामक तरीके से भर्तियां जारी रखेगी।इस साल फरवरी में कंपनी ने कहा था कि उसने पिछले साल भारत में 3.6 लाख दुकानदारों की 1.4 अरब डॉलर की अंतरराष्ट्रीय बिक्री को पूरा करने में मदद की। घरेलू भुगतान बाजार से पेपाल के बाहर निकलने के बारे में मैगट्स ने कहा कि कंपनी ने सीमापार भुगतान पर ध्यान केंद्रित करने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि आज बड़ी संख्या में कारोबार ऑनलाइन आ रहा है। महामारी के बीच ऑनलाइन कारोबार तेजी से बढ़ा है। ऐसे में पेपाल एक वाणिज्य संगठन के रूप में खुद को बदल रही है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।