जम्मूः पहलगाम नरसंहार के बाद पूरी तरह से खत्म हो चुके कश्मीर के पर्यटन को फिर से जिन्दा करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। इसके लिए सरकारी के साथ साथ गैर सरकारी स्तर पर भी प्रयास तेज हुए हैं। अगर सरकारी तौर पर मुख्यमंत्री ने कश्मीर के अलग अलग हिस्सों में कैबिनट बैठकें करने की घोषणा की है तो होटल आदि ने 50 परसेंट छूट के साथ पर्यटकों को लुभाने का प्रयास भी आरंभ किया है। पहलगाम में हुए विनाशकारी आतंकी हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में संघर्षरत पर्यटन क्षेत्र को पुनर्जीवित करने के प्रयास में, स्थानीय होटल व्यवसायी पर्यटन पैकेजों पर 50 प्रतिशत की छूट देने की योजना बना रहे हैं। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्र में टूरिस्टों को वापस आकर्षित करना और पर्यटन पर निर्भर हजारों कर्मचारियों को राहत प्रदान करना है।
यह बात जेएंडके होटलियर्स क्लब के महासचिव तारिक गनी ने साझा की, जिन्होंने कहा कि यह छूट 27 मई से 30 मई तक निर्धारित फेम टूर नामक एक व्यापक विश्वास-निर्माण कार्यक्रम का हिस्सा होगी। इसमें भाग लेने के लिए पूरे भारत से राष्ट्रीय टूर ऑपरेटर, शीर्ष होटल व्यवसायी और मीडिया प्रतिनिधि आमंत्रित हैं।
उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय टूर ऑपरेटर और राष्ट्रीय मीडिया, श्रीनगर हवाई अड्डे पर पहुंचने के बाद, 27 मई को सीधे पहलगाम की ओर जाएंगे, जहां वे होटल व्यवसायियों, टट्टूवालों, स्थानीय लोगों और अन्य लोगों से बातचीत करेंगे और जमीनी स्थिति का आकलन करेंगे। गनी ने बताया कि प्रतिनिधिमंडल पहलगाम, श्रीनगर, सोनमर्ग और गुलमर्ग सहित चार प्रमुख सुरम्य स्थानों का दौरा करेगा।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को भी राष्ट्रीय टूर ऑपरेटरों और मीडियाकर्मियों से बातचीत करने के लिए आमंत्रित किया गया है। वे बताते थे कि कार्यक्रम के दौरान, जम्मू-कश्मीर के होटल व्यवसायी, हाउसबोट मालिक, टूर ऑपरेटर, ट्रांसपोर्टर और अन्य सहित कश्मीर के पर्यटन हितधारक भी श्री अमरनाथ जी यात्रा-2025 के श्रद्धालुओं का स्वागत करेंगे।
जबकि दूसरी ओर पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद पर्यटकों की संख्या में गिरावट आई। जम्मू एवं कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला पर्यटकों में विश्वास पैदा करने के लिए घाटी के लोकप्रिय पर्यटन स्थलों पर आधिकारिक बैठक करेंगे। बैठक के लिए सबसे पहले गुलमर्ग को चुना गया है। 28 मई बुधवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक होगी।
जम्मू कश्मीर सरकार के सामान्य प्रशासन विभाग ने नोटिस जारी कर सभी संबंधित अधिकारियों को बैठक में शामिल होने के लिए कहा है। जीएडी द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि मुख्यमंत्री 28 मई, 2025 (बुधवार) को दोपहर 12 बजे गुलमर्ग में एक बैठक की अध्यक्षता करेंगे। तदनुसार अधिकारियों से बैठक में उपस्थित होने का अनुरोध किया जाता है।
उमर के अलावा उपमुख्यमंत्री सुरिंदर कुमार चौधरी और कैबिनेट मंत्री तथा मुख्यमंत्री के सलाहकार नासिर असलम वानी भी बैठक में शामिल होंगे। शीर्ष अधिकारियों में जम्मू-कश्मीर के मुख्य सचिव, 30 से अधिक विभागों के सभी प्रशासनिक सचिव, कश्मीर के संभागीय आयुक्त, कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक, उत्तरी कश्मीर के डीआईजी, पंद्रह विभागों के निदेशक, बारामुल्ला के उपायुक्त तथा दर्जनों अन्य अधीनस्थ अधिकारी बैठक में शामिल होंगे।
सत्तारूढ़ पार्टी के विधायक और मुख्य प्रवक्ता तनवीर सादिक ने कहा कि मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला दरवाजे पर शासन पहल के तहत गुलमर्ग और पहलगाम सहित विभिन्न स्थानों पर कैबिनेट बैठकों का नेतृत्व करेंगे। सादिक ने रविवार 25 मई को श्रीनगर में संवाददाताओं से कहा था मुख्यमंत्री गुलमर्ग, पहलगाम और अन्य क्षेत्रों में भी बैठकें करेंगे और व्यक्तिगत रूप से विकास कार्यों की निगरानी करेंगे। वह सभी सार्वजनिक मुद्दों को संबोधित करने के लिए हर दरवाजे तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हैं।