नई दिल्लीः केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि कैबिनेट ने 1,507 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से राजस्थान में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे- कोटा-बूंदी हवाई अड्डे के विकास को मंजूरी दे दी है। टर्मिनल भवन 3200 मीटर लंबे रनवे के साथ 20,000 वर्गमीटर क्षेत्र में फैला है। इसकी क्षमता प्रति वर्ष 20 लाख यात्रियों की होगी। कैबिनेट ने ओडिशा में हाइब्रिड एन्युइटी मोड (HAM) पर 8,307.74 करोड़ रुपये की कुल पूंजीगत लागत से 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड कैपिटल रीजन रिंग रोड (भुवनेश्वर बाईपास - 110.875 किमी) के निर्माण को मंजूरी दे दी है। वैष्णव ने कहा कि इस परियोजना को 6-लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड ग्रीनफील्ड हाईवे के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव है। यह परियोजना कटक, भुवनेश्वर और खोरधा शहरों से भारी व्यावसायिक यातायात को हटाकर ओडिशा और अन्य पूर्वी राज्यों को महत्वपूर्ण लाभ प्रदान करेगी।
यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण परियोजना है, और प्रधानमंत्री का पूर्वोदय का दृष्टिकोण पूर्वी भारत में स्थित हमारे सभी राज्यों के विकास के लिए है। वैष्णव ने मंत्रिमंडल की बैठक में लिए गए इस फैसले की संवाददाताओं को जानकारी दी। वैष्णव ने कहा कि इस परियोजना के लिए वित्त का इंतजाम भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) आंतरिक संसाधनों से करेगा।
इसका निर्माण 24 माह में पूरा करने का लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि हवाई अड्डे के लिए राजस्थान सरकार 1,089 एकड़ जमीन निःशुल्क उपलब्ध कराएगी। इसकी क्षमता सालाना 20 लाख यात्रियों को संभालने की होगी। वैष्णव ने कि यह हवाई अड्डा क्षेत्रीय हवाई संपर्क को मजबूत करने के साथ स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा भी देगा।
उन्होंने कहा कि पिछले 11 साल में देश में परिचालन वाले हवाई अड्डों की संख्या 74 से बढ़कर 2025 में 162 हो गई है। इस दौरान हवाई यात्रियों की संख्या भी 16.8 करोड़ से बढ़कर इस साल 41.2 करोड़ पर पहुंच गई है।