देश की सबसे बड़ी विमानन कंपनी इंडिगो अपने मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) समेत अन्य वरिष्ठ कर्मियों के सैलरी में 25 फीसदी की कटौती करेगी। कोरोना वायरस संकट के विमानन क्षेत्र पर व्यापक असर को देखते हुए कंपनी के सीईओ रणजय दत्ता ने 19 मार्च को इसकी घोषणा की। बता दें कि कोरोना वायरस का सबसे बड़ा असर एविएशन और टूरिज्म सेक्टर पर ही पड़ा है। भारत में टूरिज्म सेक्टर में 8500 करोड़ रुपये नुकसान की आशंका जताई गई है। इसके अलावा गुरुवार को ही एक हफ्ते के लिए विदेशों के आने कर्मशियल फ्लाइट पर बैन लग गया है।
इंडिगो के सीईओ रणजय दत्ता ने कर्मचारियों को भेजे ई-मेल में कहा, ‘‘ आय में बड़ी गिरावट के चलते वर्तमान में विमानन उद्योग के वजूद पर ही आन पड़ी है। ऐसे में हमें हमारी नकदी की स्थिति को ध्यान में रखकर चलना होगा ताकि हमें नकदी संकट का सामना ना करना पड़े।’’
उन्होंने कहा, ‘‘इसलिए हमें खेद के साथ यह बताना पड़ रहा है कि क्लास ए और बी के कर्मचारियों को छोड़कर सभी के वेतन में कटौती की व्यवस्था की गई है। यह व्यवस्था एक अप्रैल 2020 से लागू होगी।’’ कंपनी के ए और बी क्लास के कर्मचारियों का वेतन कम है और उसके सबसे अधिक कर्मचारी इन्हीं श्रेणियों के हैं।
दत्ता ने कहा, ’’वह स्वयं के वेतन में सबसे अधिक 25 प्रतिशत की कटौती कर रहे हैं। कंपनी में वरिष्ठ उपाध्यक्षों के पद पर काम करने वालों के वेतन में 20 प्रतिशत, उपाध्यक्षों और कॉकपिट दल के लोगों के वेतन में 15 प्रतिशत, सहायक उपाध्यक्ष, डी श्रेणी और चालक दल के सदस्यों के वेतन में 10 प्रतिशत और सी श्रेणी के कर्मचारियों के वेतन में पांच प्रतिशत की कटौती होगी। उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि यह उसके कर्मचरियों के परिवारों के लिए मुश्किल का समय है।