Canara-Axis Bank Net Profit: सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक का चालू वित्त वर्ष 2024-25 की जून में समाप्त पहली तिमाही का शुद्ध लाभ 10 प्रतिशत बढ़कर 3,905 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। फंसे कर्ज में कमी से बैंक का मुनाफा बढ़ा है। बेंगलुरु मुख्यालय वाले बैंक का गत वित्त वर्ष 2023-24 की पहली (अप्रैल-जून) तिमाही में शुद्ध लाभ 3,535 करोड़ रुपये था। बैंक ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि समीक्षाधीन तिमाही में उसकी कुल आय बढ़कर 34,020 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक साल पहले समान तिमाही में 29,823 करोड़ रुपये थी।
इस दौरान बैंक की ब्याज आय बढ़कर 28,701 करोड़ रुपये हो गई, जो एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में 25,004 करोड़ रुपये थी। केनरा बैंक की शुद्ध ब्याज आय छह प्रतिशत बढ़कर 9,166 करोड़ रुपये हो गई, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में यह 8,666 करोड़ रुपये थी। बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (एनआईएम) 3.05 प्रतिशत से घटकर 2.90 प्रतिशत पर आ गया।
केनरा बैंक के प्रबंध निदेशक के. सत्यनारायण राजू ने कहा, ‘‘ हमें उम्मीद है कि भविष्य में एनआईएम में सुधार होगा और यह 2.95 प्रतिशत पर पहुंच जाएगा।’’ संपत्ति की गुणवत्ता के मामले में बैंक की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां (एनपीए) 30 जून, 2024 तक कुल अग्रिम पर घटकर 4.14 प्रतिशत रह गईं, जो पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही के अंत तक 5.15 प्रतिशत थीं।
बैंक का शुद्ध एनपीए भी घटकर 1.24 प्रतिशत रह गया, जो पिछले वर्ष की पहली तिमाही के अंत में 1.57 प्रतिशत था। इससे बैंक का खराब कर्ज के लिए प्रावधान घटकर 2,171 करोड़ रुपये रह गया, जबकि एक वर्ष पूर्व इसी तिमाही में यह 2,418 करोड़ रुपये था। बैंक का पूंजी पर्याप्तता अनुपात मामूली रूप से बढ़कर 16.28 प्रतिशत हो गया।
30 जून, 2023 को यह 16.24 प्रतिशत था। इसका प्रावधान कवरेज अनुपात (पीसीआर) 1.18 प्रतिशत सुधरकर 89.22 प्रतिशत हो गया। राजू ने कहा कि बैंक का लक्ष्य चालू वित्त वर्ष के अंत तक 90 प्रतिशत पीसीआर को पार करना है। पूंजी जुटाने की योजना के बारे में पूछे जाने पर राजू ने कहा कि निदेशक मंडल ने चालू वित्त वर्ष में 8,500 करोड़ रुपये जुटाने की मंजूरी दी है।
एक्सिस बैंक का जून तिमाही का मुनाफा चार प्रतिशत बढ़कर 6,035 करोड़ रुपये पर
निजी क्षेत्र के एक्सिस बैंक का शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की जून में समाप्त पहली तिमाही में चार प्रतिशत बढ़कर 6,035 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। बैंक ने बुधवार को कहा कि ब्याज आय बढ़ने से उसका मुनाफा बढ़ा है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में एकल आधार पर बैंक का शुद्ध लाभ 5,797 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक ने बुधवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जून तिमाही में उसकी ब्याज आमदनी बढ़कर 30,060.73 करोड़ रुपये रही है, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 25,556.77 करोड़ रुपये रही थी। आलोच्य तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय 35,844.22 करोड़ रुपये रही, जो एक वर्ष पूर्व की समान तिमाही में 30,644 करोड़ रुपये थी।
जून तिमाही में बैंक का सकल एनपीए (गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां) घटकर 1.54 प्रतिशत रह गया, जबकि बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में यह 1.96 प्रतिशत था। इसी तरह, बैंक का शुद्ध एनपीए जून तिमाही के अंत में घटकर 0.34 प्रतिशत हो गया, जो बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में 0.41 प्रतिशत था।
अदाणी ग्रीन एनर्जी का मुनाफा जून तिमाही में 95 प्रतिशत बढ़कर 629 करोड़ रुपये पर
अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) का एकीकृत शुद्ध लाभ चालू वित्त वर्ष की अप्रैल-जून तिमाही में लगभग 95 प्रतिशत के उछाल के साथ 629 करोड़ रुपये रहा है। कंपनी ने बृहस्पतिवार को बताया कि मुनाफे में यह वृद्धि आमदनी बढ़ने के कारण हुई है। बीते वित्त वर्ष की समान तिमाही में कंपनी का एकीकृत शुद्ध लाभ 323 करोड़ रुपये रहा था।
कंपनी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसकी कुल आमदमी जून तिमाही में बढ़कर 3,122 करोड़ रुपये रही है, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,550 करोड़ रुपये थी। अदाणी ग्रीन एनर्जी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अमित सिंह ने बयान में कहा, “अदाणी ग्रीन 2030 तक 50 गीगावाट क्षमता का लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अच्छी तरह से आगे बढ़ रही है।
इसमें पंप हाइड्रो के रूप में कम से कम पांच गीगावाट ऊर्जा भंडारण शामिल है।” कंपनी की ऊर्जा बिक्री जून तिमाही में 22 प्रतिशत बढ़कर 735.6 करोड़ यूनिट हो गई है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में 602.3 करोड़ यूनिट थी।
नेस्ले इंडिया का मुनाफा अप्रैल-जून तिमाही में 6.9 प्रतिशत बढ़कर 746.6 करोड़ रुपये
दैनिक उपयोग की घरेलू वस्तुओं की कंपनी नेस्ले इंडिया लिमिटेड का अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ 6.9 प्रतिशत बढ़कर 746.60 करोड़ रुपये हो गया। नेस्ले इंडिया ने शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि कंपनी का पिछले साल अप्रैल-जून तिमाही में शुद्ध लाभ 698.34 करोड़ रुपये रहा था। समीक्षाधीन तिमाही में नेस्ले इंडिया की उत्पादों की बिक्री से आय 3.75 प्रतिशत बढ़कर 4,792.97 करोड़ रुपये हो गई। पिछले वर्ष इसी तिमाही में यह 4,619.50 करोड़ रुपये थी। अप्रैल-जून तिमाही में कुल व्यय 2.7 प्रतिशत बढ़कर 3,844.01 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के पास मैगी, किटकैट और नेस्कैफे जैसे लोकप्रिय ब्रांड का स्वामित्व है। नेस्ले को समीक्षाधीन तिमाही में बाजार में कम खपत वृद्धि के कारण चुनौतीपूर्ण माहौल का सामना करना पड़ा। नेस्ले इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक सुरेश नारायणन ने कहा, ‘‘ कम खपत वृद्धि, निरंतर खाद्य मुद्रास्फीति तथा अस्थिर वस्तु कीमतों जैसी बाह्य चुनौतियों के बावजूद हमने अपने सभी उत्पाद समूहों में वृद्धि दर्ज की है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे शीर्ष 12 ब्रांड में से पांच की वृद्धि दोहरे अंक में हुई।’’ अप्रैल-जून तिमाही में नेस्ले इंडिया की घरेलू बिक्री 4.24 प्रतिशत बढ़कर 4,608.50 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 4,420.77 करोड़ रुपये थी। इसकी कुल आय 3.64 प्रतिशत बढ़कर 4,853.07 करोड़ रुपये हो गई।