लाइव न्यूज़ :

बीएसएनएल कर्मचारी संगठन दूरसंचार संपत्तियों के मौद्रिकरण के विरोध में, करेंगे प्रदर्शन

By भाषा | Updated: August 26, 2021 20:46 IST

Open in App

सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी बीएसएनएल के कर्मचारी संगठन ने बृहस्पतिवार को भारत नेट परियोजना के तहत बिछायी गयी 2.86 लाख किलोमीटर ऑप्टिकल फाइबर के साथ साथ उसके और एमटीएनएल के 14,917 मोबाइल टावर को बाजार में चढ़ाने (मौद्रिकरण) की सरकार की योजना का विरोध किया। संगठन ने देशभर में कर्मचारियों से शुक्रवार को दोपहर भोजनावकाश के समय विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। बीएसएनएल के कर्मचारी संगठन ने आरोप लगाया कि कंपनियों को मोबाइल टावर की बिक्री की योजना बीएसएनएल तथा एमटीएनएल के निजीकरण की शुरूआत है। श्रमिक संगठन ने कहा कि अगर इन संपत्तियों को बाजार में चढ़ाने की अनुमति दी गयी, तो सरकार का अगला लक्ष्य सात लाख किलोमीटर के ऑप्टिक फाइबर मार्ग का मौद्रिकरण होगा। बीएसएनएल श्रमिक संगठन ने कहा, ‘‘राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन (एनएमपी) के नाम पर सरकार ने राष्ट्रीय संपत्ति औने-पौने दाम पर कंपनियों को सौंपने का फैसला किया है।’’ संगठन के अनुसार, ‘‘सरकार ने यह दलील दी है कि इन संपत्तियों का मालिकाना हक सरकार के पास ही रहेगा। यह कुछ और नहीं बल्कि जहर की मीठी गोली है।’’ उल्लेखनीय है कि सरकार ने बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के वित्त पोषण के लिये सरकारी संपत्तियों को बाजार पर चढ़ाने की योजना एनएमपी पेश की है। इसके तहत, सरकार ने भारत नेट फाइबर संपत्ति तथा बीएसएनएल और एमटीएनएल के 14,917 मोबाइल टावर के मौद्रिकरण के जरिये 35,100 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बनायी है। श्रमिक संगठन ने कहा, ‘‘कंपनियों को मोबाइल टावर सौंपने से बीएसएनएल और एमटीएनएल को बड़ा झटका लगेगा। अब, यह स्पष्ट हो गया है कि मोदी सरकार पिछले एक साल आठ महीने से बीएसएनएल की 4जी सेवा शुरू करने के रास्ते में क्यों रोड़े अटका रही है।’’ संगठन ने आरोप लगाया, ‘‘इसका कारण सरकार ने बीएसएनएल के मोबाइल टावर को बेचने का मन बना लिया है। अगर इसकी अनुमति मिली तो सरकार का अगला लक्ष्य बीएसएनएल का सात लाख किलोमीटर लंबा ऑप्टिक फाइबर मार्ग बेचने का होगा।’’ उसने कहा कि कर्मचारी संगठन राष्ट्रीय मौद्रिकरण पाइपलाइन के नाम पर राष्ट्र की संपत्ति कंपनियों को देने का पुरजोर विरोध करता है और इसे रोके जाने की मांग करता है। संगठन ने बीएसएनएल के कर्मचारियों से देश भर में शुक्रवार को दोपहर भोजनावकाश के समय विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान किया।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

कारोबारबीएसएनएलः 1 रुपये में 1 महीने तक 4जी सेवा?, 15 अक्टूबर से 15 नवंबर, 2025 तक लाभ उठाएं, जानें सुविधा

कारोबारक्या है 'स्वदेशी' 4जी नेटवर्क? पीएम मोदी ने इसका अनावरण किया, 97,000 से अधिक टावर चालू

कारोबार210 गांवों में बीएसएनएल की 4जी सेवा, रोहतास, कैमूर, गया, नवादा, मुंगेर, जमुई और लखीसराय के कई गांव शामिल

कारोबारबीएसएनएल 4जी सेवा, बिहार के सभी जिलों में कार्यरत, प्रतिदिन 80000 जीबी डेटा की खपत, जानें और फायदे

कारोबारमध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ में सबसे आगे जियो?, 3.7 लाख से ज्यादा नए ग्राहक जुड़े

कारोबार अधिक खबरें

कारोबारIndiGo Crisis: इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने फ्लाइट कैंसिल होने पर माफी मांगी, कहा- बताया कब स्थिति हो जाएगी सामान्य

कारोबारRBI Monetary Policy: 25 बेसिस पॉइन्ट की कटौती, लोन में सुविधा; जानें आरबीआई की MPC बैठक की मुख्य बातें

कारोबारShare Market Today: RBI के ब्याज दर कटौती से शेयर बाजार में तेजी, घरेलू शेयरों ने पकड़ी रफ्तार

कारोबारPetrol-Diesel Price Today: टंकी फूल कराने से पहले यहां चेक करें तेल के लेटेस्ट दाम, जानें कहां मिल रहा सस्ता ईंधन

कारोबारGPS Spoofing: 'इसे हल्के में मत लो!' अंकुर चंद्रकांत का अलर्ट हुआ वायरल, कौन हैं निशाने पर?