Bengaluru Landlord: हर इंसान किसी भी शहर में पैसा कमाने के लिए आता है। आदमी किराया को लेकर हमेशा टेंशन में रहता है। भले ही सैलरी में इजाफा नहीं होता हो, मकान मालिक हर साल किराया बढ़ाते रहते हैं। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु आईटी हब है। बेंगलुरु में किराया दिन दुनी बढ़ रही है। तकनीकी विशेषज्ञ बेंगलुरु शहर से बाहर निकल रहे हैं। बेंगलुरु के मकान मालिक अपार्टमेंट किराए को लेकर समझौता करना शुरू कर देते हैं। पिछले दो वर्षों में किराये को लेकर मारामारी है। बेंगलुरु के तकनीकी विशेषज्ञ आईटी गलियारों से दूर शहर के बाहरी इलाकों की ओर जा रहे हैं।
जहां किराये किफायती हैं। ब्रोकरों का कहना है कि व्हाइटफील्ड जैसे आईटी उपनगरों में किराये में साल-दर-साल कम से कम 15-20 प्रतिशत की कमी आई है। हाल ही में दक्षिण-पूर्व बेंगलुरु के सरजापुरा में आईटी क्षेत्र में काम करने वाले एक जोड़े ने प्रमुख सरजापुरा क्षेत्र से लगभग 5 किमी दूर बाहरी इलाके में जाने का फैसला किया।
उन्होंने कहा कि हमें बाहरी इलाके में लगभग 38,000 रुपये के किराए पर 3बीएचके मिला, जबकि सरजापुरा क्षेत्र में 2बीएचके का किराया 35,000-40,000 रुपये से शुरू होता है। पूर्वी आईटी गलियारे में व्हाइटफील्ड, हुडी, आउटर रिंग रोड और सरजापुर रोड जैसे क्षेत्र शामिल हैं। बाहरी इलाकों में वर्थुर, कुंडलहल्ली और चन्नासंद्रा जैसी जगहें शामिल हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अधिक इन्वेंट्री उपलब्ध होने से संभावित किरायेदारों के पास एक साल पहले की तुलना में आज अधिक विकल्प उपलब्ध हैं। 2023 के मध्य के दौरान बेंगलुरु में रियल-एस्टेट सेक्टर नीलामी के लिए एक हॉट सीट बन गया था। किरायेदारों ने अपने पसंदीदा अपार्टमेंट पाने के लिए कड़ी बोली लगाई थी। आईटी गलियारों में किराये में लगभग 20-40 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई थी।
रियल्टी कॉर्प के उपाध्यक्ष सुनील सिंह ने कहा कि अप्रैल-जून 2024 में, हमने किराये के बाजार में कीमतों में थोड़ा सुधार देखा। संपत्ति सलाहकार कुशमैन और वेकफील्ड की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि 2024 की पहली तिमाही में बेंगलुरु में कुल इन्वेंट्री की लगभग 8,850 इकाइयाँ लॉन्च की गईं। सालाना आधार पर 14 प्रतिशत की वृद्धि है, जिसमें व्हाइटफ़ील्ड का योगदान लगभग 35 प्रतिशत है।