नई दिल्ली: टेक्नोलॉजी जायंट एप्पल (Apple) भारत में अब आईफोन 14 (iPhone 14) का निर्माण करेगी। कंपनी द्वारा यह जानकारी दी गई है। एप्पल का कहना है कि वह भारत में आईफोन 14 बनाने को लेकर उत्साहित है। एप्पल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी टिम कुक ने 7 सितंबर को कंपनी के वार्षिक 'फार आउट' कार्यक्रम के दौरान भारत में नई आईफोन 14 सीरीज का अनावरण किया था।
नई आईफोन 14 सीरीज में आईफोन 14 (iPhone 14), आईफोन 14 प्लस (iPhone 14 Plus), आईफोन 14 प्रो (iPhone 14 Pro) और आईफोन 14 प्रोमैक्स (iPhone 14 Pro Max) शामिल हैं। ये सीरीज बेहतर कैमरा, शक्तिशाली सेंसर और उपग्रह कनेक्टिविटी सुविधा से लैस है जो आपातकालीन स्थितियों में एसओएस टेक्स्ट भेजने के लिए है।
अगले कुछ दिनों में भारत में बना आईफोन 14 स्थानीय ग्राहकों तक पहुंचना शुरू हो जाएगा। भारत में बने फोन भारतीय बाजार और निर्यात, दोनों के लिए होंगे। आईफोन 14 को चेन्नई के बाहरी इलाके में स्थित फॉक्सकॉन के श्रीपेरंबदूर संयंत्र से निर्यात किया जाएगा। इस बारे में संपर्क करने पर ऐपल ने पीटीआई-भाषा को दिए एक बयान में कहा, "हम भारत में आईफोन 14 के निर्माण को लेकर उत्साहित हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "नया आईफोन 14 नई तकनीकों और महत्वपूर्ण सुरक्षा फीचर की पेशकश करता है।" 16 सितंबर 2022 से आईफोन 14 अन्य बाजारों के साथ ही भारत में ग्राहकों के लिए उपलब्ध है। वहीं, जेपी मॉर्गन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, एप्पल के 2022 के अंत से आईफोन 14 के प्रोडक्शन का लगभग 5 फीसदी भारत में स्थानांतरित करने और 2025 तक 25 प्रतिशत तक पहुंचने की संभावना है।
2025 तक एप्पल के सभी प्रोडक्ट्स का लगभग 25 प्रतिशत चीन के बाहर निर्मित किया जाएगा। रिपोर्ट में ये भी कहा गया कि यूएस-चीन व्यापार तनाव ने उत्पादन स्थानांतरण चक्र और 2018 से एप्पल सप्लाई चेन के लिए 'चीन 1' निर्माण दृष्टिकोण की खोज को गति दी। बता दें कि ने सितंबर 2020 में भारत में अपना ऑनलाइन स्टोर लॉन्च किया था।
विनिर्माण विस्तार भारत में टेक दिग्गज द्वारा कई पहलों पर आधारित है, जिसमें बेंगलुरु में ऐप डिजाइन और विकास त्वरक और स्थानीय संगठनों के साथ कार्यक्रम शामिल हैं जो समुदायों के लिए अक्षय ऊर्जा प्रशिक्षण और विकास का समर्थन करते हैं। एप्पल के सीईओ टिम कुक ने कहा था, हमने अमेरिका, यूरोप और शेष एशिया प्रशांत क्षेत्र में जून तिमाही के रिकॉर्ड बनाए। हमने विकसित और उभरते दोनों बाजारों में जून तिमाही के राजस्व रिकॉर्ड भी देखे, जिसमें ब्राजील, इंडोनेशिया और वियतनाम में बहुत मजबूत दोहरे अंकों की वृद्धि और भारत में राजस्व का लगभग दोगुना था।"