Adani Enterprises exit Adani Wilmar: अदाणी समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी विल्मर संयुक्त उद्यम (जेवी) से बाहर निकलने की घोषणा की है। सोमवार को अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) के शेयरों में तेज उछाल देखा गया। स्टॉक 8.33 प्रतिशत बढ़कर 2,609.85 रुपये के इंट्राडे हाई पर पहुंच गया। आखिरी बार यह 7.65 फीसदी बढ़कर 2,593.45 रुपये पर देखा गया। अदाणी समूह ने सोमवार को अपनी संयुक्त उद्यम कंपनी अदाणी विल्मर से बाहर निकलने की घोषणा की। उद्योगपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाला समूह अपनी पूरी हिस्सेदारी सिंगापुर की भागीदार कंपनी विल्मर इंटरनेशनल और खुले बाजार में दो अरब डॉलर से अधिक में बेच रहा है। अदाणी एंटरप्राइजेज लि. ने बयान में कहा कि वह 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल को बेचेगी।
साथ ही न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 13 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचेगी। संयुक्त उद्यम में अदाणी विल्मर की हिस्सेदारी 43.94 प्रतिशत है। समूह 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर को 12,314 करोड़ रुपये (305 रुपये प्रति शेयर के भाव पर) पर बेचेगा। इसके अलावा बिक्री पेशकश के तहत शेष हिस्सेदारी बेची जाएगी।
कुल सौदा राशि दो अरब डॉलर (करीब 17,100 करोड़ रुपये) से अधिक होगी। बयान के अनुसार, ‘‘इसके साथ, अदाणी एंटरप्राइजेज अदाणी विल्मर लि. से पूरी तरह बाहर निकल जाएगी। अदाणी विल्मर में अदाणी की तरफ से नामित निदेशक बोर्ड से हट जाएंगे।’’ सौदा 31 मार्च, 2025 से पहले पूरा होने की संभावना है।
हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग मुख्य बुनियादी ढांचा कारोबार में अदाणी एंटरप्राइजेज लि. (एईएल) की वृद्धि को गति देने के लिए किया जाएगा। नवंबर में अमेरिकी संघीय अभियोजकों की तरफ से अदाणी समूह के संस्थापक चेयरमैन गौतम अदाणी और उनके सहयोगियों पर नवीकरणीय ऊर्जा आपूर्ति अनुबंध हासिल करने के लिए 26.5 करोड़ डॉलर की रिश्वत योजना के आरोप पत्र दायर करने के बाद यह पहला बड़ा लेनदेन है। अदाणी समूह ने आरोपों को आधारहीन बताते हुए मामले में कानूनी कदम उठाने की बात कही थी।
बयान में कहा गया, ‘‘अदाणी एंटरप्राइजेज लि., अदाणी कमोडिटीज एलएलपी (एईएल की पूर्ण अनुषंगी कंपनी) और लांस पीटीई लिमिटेड (विलमर इंटरनेशनल लिमिटेड की पूर्ण अनुषंगी कंपनी) ने 30 दिसंबर, 2024 को एक समझौता किया है। इसके तहत लांस अदाणी विल्मर लिमिटेड के 31.06 प्रतिशत चुकता इक्विटी शेयर का अदाणी कमोडिटीज से अधिग्रहीत करेगी...।’’
इसके अलावा, दोनों पक्षों के बीच इस बात पर सहमति हुई है कि एईएल न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता आवश्यकताओं के अनुपालन को प्राप्त करने के लिए अदाणी विल्मर में 13 प्रतिशत हिस्सेदारी बेचेगी। इस बारे में विस्तार से जानकारी नहीं दी गयी है। अदाणी विल्मर लि. अदाणी समूह और सिंगापुर की जिंस कंपनी विल्मर की संयुक्त उद्यम इकाई है।
दोनों भागीदारों के पास वर्तमान में अदाणी विल्मर में 87.87 प्रतिशत हिस्सेदारी है। यह अधिकतम स्वीकार्य 75 प्रतिशत से कहीं अधिक है। कंपनी में 30 सितंबर, 2024 की स्थिति के अनुसार दोनों की बराबर 43.94-43.94 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। बाजार नियामक सेबी के नियमों के अनुसार, बड़ी कंपनियों को सूचीबद्ध होने के तीन साल के भीतर कम से कम 25 प्रतिशत शेयर सार्वजनिक निवेशकों के लिए उपलब्ध होने चाहिए। अदाणी विल्मर 1999 में गठित हुई थी। कंपनी फॉर्च्यून ब्रांड के तहत खाना पकाने का तेल, गेहूं का आटा, दाल, चावल और चीनी बनाती है। इसके 10 राज्यों में 23 संयंत्र हैं।
बयान में कहा गया है, ‘‘... एईएल अदाणी विल्मर में अपनी लगभग 44 प्रतिशत हिस्सेदारी की बिक्री के साथ पूरी तरह बाहर निकल जाएगी।’’ अदाणी विल्मर का शुक्रवार, 27 दिसंबर, 2024 तक, बाजार पूंजीकरण 42,785 करोड़ रुपये (पांच अरब डॉलर) था। एईएल ने बयान में कहा, ‘‘बिक्री से प्राप्त आय का उपयोग ऊर्जा, परिवहन और लॉजिस्टिक और प्राथमिक उद्योग से जुड़े संबंधित क्षेत्रों में मुख्य बुनियादी ढांचे अपने निवेश को बढ़ाने के लिए किया जाएगा।’’
अदाणी की सात कंपनियों के शेयर चढ़े
अदाणी समूह की बीएसई में सूचीबद्ध सात कंपनियों के शेयरों में सोमवार को तेजी रही। शेयर बाजार में कमजोर रुख के बावजूद बीएसई पर अदाणी टोटल गैस का शेयर 11.20 प्रतिशत चढ़ा। अदाणी एंटरप्राइजेज के शेयर में 7.65 प्रतिशत, अदाणी पावर में 6.46 प्रतिशत, अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस में 2.46 प्रतिशत, अदाणी ग्रीन एनर्जी में 2.31 प्रतिशत, एनडीटीवी में 0.28 प्रतिशत और सांघी इंडस्ट्रीज में 0.05 प्रतिशत की तेजी रही। हालांकि, अदाणी पोर्ट्स के शेयर में 0.93 प्रतिशत, अंबुजा सीमेंट्स में 0.55 प्रतिशत, अदाणी विल्मर में 0.17 प्रतिशत और एसीसी में 0.05 प्रतिशत की गिरावट आई।
उतार-चढ़ाव भरे कारोबार में 30 शेयर पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 450.94 अंक यानी 0.57 प्रतिशत की गिरावट के साथ 78,248.13 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 168.50 अंक या 0.71 प्रतिशत फिसलकर 23,644.90 अंक पर रहा। अदाणी समूह ने सोमवार को अपनी संयुक्त उद्यम कंपनी अदाणी विल्मर से बाहर निकलने की घोषणा की।
उद्योगपति गौतम अदाणी की अगुवाई वाला समूह अपनी पूरी हिस्सेदारी सिंगापुर की भागीदार कंपनी विल्मर इंटरनेशनल और खुले बाजार में दो अरब डॉलर से अधिक में बेच रहा है। अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड ने बयान में कहा, वह 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर इंटरनेशनल को बेचेगी।
साथ ही न्यूनतम सार्वजनिक शेयरधारिता जरूरतों को पूरा करने के लिए लगभग 13 प्रतिशत हिस्सेदारी खुले बाजार में बेचेगी। संयुक्त उद्यम में अदाणी विल्मर की हिस्सेदारी 43.94 प्रतिशत है। समूह 31.06 प्रतिशत हिस्सेदारी विल्मर को 12,314 करोड़ रुपये (305 रुपये प्रति शेयर के भाव पर) पर बेचेगा।
इसके अलावा बिक्री पेशकश के तहत शेष हिस्सेदारी बेची जाएगी। कुल सौदा राशि दो अरब डॉलर (करीब 17,100 करोड़ रुपये) से अधिक होगी। सौदा 31 मार्च 2025 से पहले पूरा होने की संभावना है। हिस्सेदारी बिक्री से प्राप्त राशि का इस्तेमाल मुख्य बुनियादी ढांचा कारोबार में अदाणी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की वृद्धि को गति देने के लिए किया जाएगा।