जोहरा सहगत उन महिलाओं में से एक मानी जाती हैं जिन्होंने अपनी शर्तों पर जिंदगी जी।जोहरा सहगल का असली नाम साहिबज़ादी ज़ोहरा बेगम मुमताज़ उल्लाह खान था। जोहरा एक सुन्नी परिवार से आती थीं। महज सात वर्ष की आयु में मोतियाबिंद ने उनकी बायीं आंंख की रोशनी छीन ली थी। लेकिन जोहरा ने कभी हिम्मत नहीं हारी। 102 वर्ष की उम्र में 10 जुलाई 2014 को दिल के दौरे की वजह से उनका निधन हो गया था। आज गूगल ने उनके नाम का डूडल बनाया है।
गूगल ने मंगलवार को प्रतिष्ठित भारतीय अभिनेत्री और नर्तकी जोहरा सहगल के सम्मान में उन्हें याद करते हुए डूडल बनाया। गूगल अमूमन हर दिन किसी न किसी महान शख्सित को याद करते हुए डूडल बनाता है।
जोहरा ने 1935 में पंडित उदयशंकर की नृत्य मंडली में दाखिला लिया और दुनियाभर के तमाम देशों में प्रस्तुति दी।अलीगढ़ में उदयशंकर सांस्कृतिक केंद्र में नृत्य करना सिखाने के दौरान इंदौर से आए छात्र कामेश्वर सहगल से उन्हें प्रेम हुआ था और आठ साल छोटे कामेश्वर से उन्होंने शादी थी।
1959 में जोहरा के पति ने आत्महत्या कर ली थी। और वह 1962 में लंदन चली गईं जहां उन्होंने फिल्म, टीवी और रेडियो के लिए खासा काम किया। 1990 के दशक में जोहरा ने हिंदी सिनेमा के परदे पर वापसी की और दिल से, हम दिल दे चुके सनम, वीर जा, चीनी कम और सांवरिया जैसी तमाम फिल्मों में काम किया। जोहराने चीनी कम में अमिताभ की मां का रोल प्ले किया था जो हर किसी को बेहद पसंद आया था।