मुंबईः मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे को अपनी प्रतिक्रिया में सही ठहराया है। उन्होंने कहा कि अपनी जमीन पर कब्जा तो किसी भी तरह से किया जा सकता है। शायर के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी आलोचना की जा रही है, वहीं अभिनेता व लेखक परितोष त्रिपाठी ने बिना नाम लिया कहा कि अब मैं अपने शो में उनका कभी शेर नहीं पढ़ूंगा।
परितोष त्रिपाठी ने नाराजगी वाले इमोजी के साथ फेसबुक पर लिखा- अपने शो (show) में कभी आपके शेर नहीं पढ़ूँगा । परितोष त्रिपाठी के इस पोस्ट पर लोग अपनी बातें रख रहे हैं। एक यूजर ने लिखा- त्रिपाठीजी.... आपका निर्णय बहुत ही भाव से भरा है,आपको प्रेम बहुत सारा..जीयो। एक ने कहा- किसी को भी नही पढ़ना चाहिए। एक अन्य ने लिखा- भाईजी आप अपने बड़े भैया का लिखा सुना दिया करिए, वो भी बड़ा मस्त लिखते हैं।
मुनव्वर राणा ने अफगानिस्तान में राष्ट्रीय व राजनीतिक गतिरोध को लेकर बयान दिया कि अफगानिस्तान से लोग भाग रहे हैं, कोई कहीं से भी भाग सकता है। यही नहीं राणा ने आगे कहा कि यूपी के जैसे हालात हैं, यहां से भाग जाने को जी चाहता है।
बकौल मुनव्वर- हमसे हिन्दू भी नाराज रहते हैं, मुसलमान भी नाराज रहते हैं। हम हिन्दुस्तानी प्रोपेगेंडा का जल्दी शिकार होते हैं। अफगानिस्तान ने हिन्दुस्तान को कभी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया लेकिन अफगानिस्तान, हिन्दुस्तान का सबसे अच्छा दोस्त रहा है। मुनव्वर राणा ने कहा, आप तालिबानी क्यों कह रहे हैं, उन्हें अफगानी कहिये वहां एक नई हुकूमत वहां बनने जा रही है।
शायर ने आगे कहा कि तालिबान आतंकी संगठन हो सकता है लेकिन वह अपने मुल्क के लिए लड़ रहे हैं तो आप उन्हें आतंकी कैसे कह सकते हैं।मुनव्वर राणा ने तालिबानियों को अफगानी संबोधित करने की बात कही।