फिल्म का नाम : पीहूडायरेक्टर: विनोद कापड़ीस्टार: मायरा विश्वकर्मा (पीहू)रेटिंग: 3.5 स्टार
कई डॉक्यूमेंट्री फिल्म्स बनाने के बाद विनोद कापड़ी एक बार फिर से एक और फिल्म लेकर पर्दे आए हैं। 2 साल की बच्ची के जीवन पर आधारित ये फिल्म फैंस को अपनी तरफ खींचेगी। फिल्म में बच्ची की मासूमियत उसकी जान है। फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है। आइए जानते हैं आखिरकार कैसी बनी है ये फिल्म-
क्या है फिल्म की कहानी
फिल्म के थ्रिलर कहानी पर आधारित है। फिल्म की कहानी दिल्ली एनसीआर के रहने वाले परिवार की है, जहां बेटी (पीहू) का जन्मदिन मनाने के बाद उसकी मां मर जाती है। उसके पिता शहर से बाहर हैं और घर में कोई भी नहीं है। पीहू बार-बार मरी हुई मां को उठाने की कोशिश करती है। पीहू इतनी छोटी है कि उसे अभी किसी चीज के बारे में पता नहीं है। 2 साल की पीहू बार बार मां को उठाने की कोशिश करती है इसके बाद वह सामनों के साथ कुछ कुछ करती नजर आती है। घर में कुछ इलेक्ट्रानिक सामान हैं जिनके साथ वह चीजें करती नजर आएगी, ये परिस्थितियां इतनी गंभीर है जो दर्शकों की बेचैनी को बनाये रखती हैं। इतना ही नहीं हर चीज से बेखब बच्ची इसी बीच खुद को फ्रिज में बंद कर लेती है। इसके बाद गिरते पड़ते हुए पीहू बाल बाल बचती है जब उसकी गुड़िया उसके अपार्टमेंट की बिल्डिंग से नीचे गिर जाती है। देखना ये होगा कि कि क्या अपनी गुड़िया के साथ पीहू भी बालकनी के साथ नीचे गिर जाएगी। ऐसे में इसका पता लगाने के लिए आपको फिल्म देखनी पड़ेगी।
क्या है फिल्म में खास
फिल्म की कहानी असल घटनाओं पर आधारित है, ऐसे में फिल्म को बेहद शानदार तरीके से पेश किया गया है। खास बात ये है कि जो बच्ची ठीक से बोल तक नहीं पाती है एक घर में बंद है उसकी कोई मदद नहीं करता है। फिल्म में कई ऐसे इमोशनल पल हैं जो आपकी आंखों में आंसू तक ला देंगे। इतना ही नहीं कुछ सीन तो आपको दिल तक थामने पर मजबूर कर देंगे। 2 साल के बच्ची नायाब अभिनय से सजी बेहतरीन फिल्म है पीहू।
कमजोर रूप
फिल्म में ऐसे तो सब कुछ शानदार है लेकिन कुछ रूप फिर भी जो फिल्म के कमजोर कहे जा सकते हैं। फिल्म का बैकग्राउंड स्कोर कमजोर है।
अभिनय
पीहू का किरदार निभा रही मायरा विश्वकर्मा ने बेहतरीन और उम्दा अभिनय किया है। पूरी फिल्म मे इस नन्ही बच्ची ने हर किसी को अपनी तरफ बांधे रखा है। हर एक सीन के साथ मायरा का अभिनय फैंस को बेहद पसंद आने वाला है।