राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) नेता नवाब मलिक ने एक बार फिर क्रूज ड्रग्स मामले में हुई गिरफ्तारी पर एनसीबी को घेरा है। उन्होंने दावा किया कि एनसीबी ने झूठ बोला कि उसने क्रूज से 8-10 लोगों को गिरफ्तार किया था। नवाब मलिक ने कहा कि एनसीबी ने 8 नहीं बल्कि 11 लोगों को गिरफ्तार किया था लेकिन बाद में उन्होंने 3 को छोड़ दिया था।
जांच की अगुवाई कर रहे एनसीबी अधिकारी पर सच छुपाने का आरोप लगाते हुए नवाब मलिक ने कहा, मुंबई तट पर एक क्रूज जहाज पर छापेमारी के बाद एनसीबी के समीर वानखेड़े ने कहा था कि 8-10 लोगों को हिरासत में लिया गया है। लेकिन सच्चाई यह है कि 11 लोगों को हिरासत में लिया गया था। बाद में, 3 लोगों-ऋषभ सचदेवा, प्रतीक गाबा और आमिर फर्नीचरवाला को रिहा कर दिया गया था।
एनसीपी नेता ने आगे कहा, हम एनसीबी से पूछना चाहते हैं कि जब उन्होंने क्रूज शिप छापे के बाद 11 लोगों को हिरासत में लिया था, तो उन्होंने किसके निर्देश पर 3 लोगों को रिहा किया था। हम एनसीबी से तथ्यों को प्रकट करने की मांग करते हैं। हमें लगता है कि समीर वानखेड़े और भाजपा के बीच कुछ बात हुई होगी।
उन्होंने एनसीबी की जांच पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा, मुंबई पुलिस एंटी नारकोटिक्स सेल को इसकी स्वतंत्र जांच करनी चाहिए। मैं सीएम को भी लिखूंगा। यदि आवश्यक हो, तो छापे की जांच के लिए एक जांच आयोग का गठन किया जाना चाहिए।