नई दिल्ली: पिछले कुछ समय से अपनी निजी जिंदगी को लेकर लगातार चर्चा में चल रहे बॉलीवुड अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट के जरिए अपनी बात रखी है। नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने पत्नी आलिया की तरफ से लगाए जा रहे गंभीर आरोपों पर पहली बार चुप्पी तोड़ी है और कहा है कि अब तक उनके कुछ न बोलने का गलत फायदा उठाया गया है।
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने लिखा, "मेरी चुप्पी की वजह से मुझे बुरे इंसान का टैग दे दिया गया है। मैं सिर्फ इस तमाशे से बचने के लिए चुप था, क्योंकि ये सभी बातें कभी न कभी मेरे बच्चे पढ़ेंगे। झूठ और एक तरफा वीडियोज के जरिए मेरा चरित्र हनन किया जा रहा है। लेकिन कुछ चीजें मैं भी बताना चाहूंगा। पहली बात तो ये कि आलिया और मैं कई सालों से एक साथ नहीं रह रहे हैं। हमारा पहले ही तलाक हो चुका है। लेकिन सिर्फ बच्चों के लिए हमारी आपसी समझ थी। क्या किसी को ये पता है कि मेरे बच्चे इंडिया में क्यों हैं और पिछले 45 दिनों से स्कूल क्यों नहीं जा रहे हैं? मेरे बच्चों को 45 दिन से बंधक बनाया हुआ है। वो दुबई में अपने स्कूल नहीं जा पा रहे हैं।"
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने आगे बताया, "आलिया को पिछले 2 सालों से हर महीने 10 लाख रुपये दिए जा रहे हैं। बच्चों संग दुबई शिफ्ट होने से पहले आलिया को 5-7 लाख रुपये महीने के दिए जा रहे थे। बच्चों के स्कूल की फीस, मेडिकल और ट्रैवल का खर्चा अलग से दिया जाता है। मेरे बच्चे जब भी छुट्टियों में इंडिया आते हैं तो वो अपने दादी के साथ ही रहते हैं। उन्हें कोई घर से बाहर कैसे निकाल सकता है। उसने घर से निकालते समय का वीडियो क्यों नहीं बनाया, जबकि वो तो हर चीज का वीडियो बनाती है। वो पैसों के लिए ये सब कर रही है। बच्चों के लिए मुंबई में लैविश सी-फेसिंग अपार्टमेंट भी दिया है। बच्चे छोटे होने की वजह से आलिया को घर का मालिक बनाया गया है।"
बता दें कि हाल ही में नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने वीडियो जारी कर अभिनेता पर आरोप लगाया था कि वह पैसों की ताकत के दम पर उनके बच्चे उनसे छीनना चाहते हैं। आलिया ने कहा था कि नवाज ने उन्हें उनके बच्चों के साथ आधी रात को घर से बाहर कर दिया है।