देश की आर्थिक राजधानी मुंबई के बांद्रा में मंगलवार को लॉकडाउन के बीच हजारों लोग सड़कों पर नजर आए। इन लोगों ने लॉकडाउन की धज्जियां उड़ा दीं। दरअसल बांद्रा स्टेशन पर हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूरों पहुंचे थे। ये भीड़ घर जाने के लिए इकट्ठा हुई थी। यहां इक्ट्ठा हो कर ये सभी अपने-अपने घर जाने देने की मांग कर रहे थे।
हालांकि बाद में पुलिस ने इस स्थिति को संभाला। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर लाठी चार्ज कर उन्हें तितर-बितर किया गया। साथ ही स्थानीय नेताओं द्वारा मजदूरों से जगह खाली करने को कहा गया। लोगों की भीड़ देखकर प्रशासन तक की हालत खराब हो गई थी। इसी बीच इस पूरे प्रकरण पर म्यूजित कंपोजर विशाल ददलानी ने अपनी बात रखी है।
वीडियो शेयर करके विशाल ने कहा है आप सभी ने वो वीडियो देखा होगा जो आज बहुत वायरल हुआ है। मुंबई के बांद्रा स्टेशन के बाहर लोगों का बहुत बड़ा झुंड इकठ्ठा हुआ। इस बात की असलियत ये है, सुनने में ये आ रहा है कि एक व्हाट्सएप मैसेज फैलाया जा रहा है जिसमें कहा गया है कि 14 अप्रैल को जब लॉकडाउन खत्म होगा तब ट्रेनें शुरू हो जाएंगी और लोग अपने गांव जा पाएंगे। मुंबई के माइग्रेंट वर्कर्स के पास अब तो काम नहीं है, काम नहीं है तो वेतन नहीं है, वेतन नहीं है तो खाने को रहने को जगह नहीं है। लाचार होकर गरीब लोग स्टेशन पहुंचे ताकि वो अपने गांव जा सकें।
मजदूरों की भारी भीड़ इकट्ठा होने के मामले में नवी मुंबई पुलिस ने विनय दुबे नाम के एक शख्स को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह 18 अप्रैल को मजदूरों के बड़े विरोध प्रदर्शन की धमकी दे रहा था।