अयोध्या विवाद मामले पर सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को एतिहासिक फैसला सुनाया है। पांच जजों की संवैधानिक पीठ ने 40 दिनों की सुनवाई के बाद यह फैसला दिया। विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया। मुस्लिमों को मस्जिद के लिए अलग जमीन दी जाएगी। इस फैसले के बाद हर कोई इस पर प्रतिक्रिया दे रहा है। अब सलीम खान के बाद जावेद ने भी इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
हाल ही में अयोध्या पर फैसला आया है। दिसके बाद पीठ ने विवादित जमीन पर रामलला के हक में निर्णय सुनाया। इसके साथ ही मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ अलग से जमीन देने की बात कही। जिसके बाद सलीम खान ने कहा था कि मुस्लिमों को उस जमीन पर स्कूल खोलना चाहिए जबकिए जावेद अख्तर ने हास्पिटल खोलने को कहा है।
जावेद अख्तर ने ट्वीट करके इस बात की सलाह दी है। जावेद आए दिन सोशल मीडिया पर किसी ना किसी मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त करते रहते हैं। जावेद ने ट्वीट करके लिखा है कि बहुत अच्छा होगा अगर इस 5 एकड़ जमीन पर चेरिटेबल हॉस्पिटल बनाने का फैसला किया जाएगा। इसे सभी समुदाय के लोगों का समर्थन भी मिलेगा।
इससे पहले सलीम खान ने आईएनएस से बात करते हुए कहा है कि फैसला आने के बाद जिस तरह से शांति कायम रही वह काबिले तारीफ है। अब सभी इसको स्वीकार करें। एक पुराना विवाद खत्म हो गया है। मैं पूरे दिल से इस फैसले का स्वागत करता हूं। अब मुस्लमानों की इसकी चर्चा नहीं करनी चाहिए। बल्कि अब अपनी बुनियादी जरुरतों की चर्चा करनी चाहिए।
मैं ऐसी बात इसलिए कह रहा हूं क्योंकि हमें स्कूल और अस्पतालों की जरुरत है। अयोध्या में मजिस्द के लिए मलने वाली जगह पर कॉलेज खुल जाए तो बेहद होगा। इतना ही नहीं सलीम ने कहा है कि हमें मस्जिद की जरुरत नहीं है क्योंकि नमाज तो हम कहीं भी पढ़ सकते हैं। नमाज तो हम ट्रेन में प्लेन में जनीम पर भी पढ़ सकते हैं। लेकिन एक अच्छे स्कूल की हमें जरुरत है। अगर अच्छी शिक्षा मिलेगी तो 22 करोड़ मुस्लमानों की कमियां खत्म हो पाएंगी। उन्होंने सभी से शांति बनाएं रखने की भी अपील की।
सलीम ने कहा है कि पीएम मोदी से सहमत हूं। आज हम सभी को शांति जरुरत है। अपने उद्देश्य पर फोकस करने के लिए हमें शांति की ही जरुरत है। हमें पता होना चाहिए शिक्षित समाज ही बेहतर भविष्य है।