मुंबईः सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के दावोस एजेंडा समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने वर्चुअल तौर पर हिस्सा लिया था। इस दौरान तकनीकी दिक्कत के कारण पीएम मोदी को अपनी बात बीच में ही रोकनी पड़ी। सोशल मीडिया पर इसका वीडियो वायरल हुआ तो विपक्ष सहित कई लोगों ने इसका मजाक उड़ाया।
इस बीच अभिनेता कमाल आर. खान यानी केआरके ने भी पीएम मोदी के साथ हुई इस घटना पर चुटकी ली है। केआरके ने ट्वीट में लिखा, हम सभी जानते हैं कि हमारे पीएम मोदी जी पढ़े-लिखे व्यक्ति नहीं हैं, इसलिए वे टेलीप्रॉम्पटर के बिना विश्व के नेताओं के लिए भाषण नहीं दे सकते। और इसमें कुछ भी गलत नहीं है, अगर वह टेलीप्रॉम्पटर का उपयोग करते हैं तो। चिल करें।
इस बाबत केआरके ने पहले एक और ट्वीट किया था। जिसमें लिखा था, तमाम विपक्षी नेता पीएम मोदी के टेलीप्रॉम्प्टर फेल होने का मजाक बना रहे हैं। क्यों? तो क्या उन सभी के पास भाषण देने का कोई और तरीका है? आधे घंटे का भाषण देने के लिए किसी को भी टेलीप्रॉम्पटर का उपयोग करना पड़ता है। यहां तक कि न्यूज एंकर भी टेलीप्रॉम्पटर का ही इस्तेमाल करते हैं। कृपया तार्किक रहें।
केआरके के बाद के ट्वीट पर यूजर्स ने काफी प्रतिक्रियाएं दी। एक ने लिखा, पढ़े-लिखे का मतलब ये नहीं है कि उसके पास किसी चीज में डिग्री हो। एक इंसान अपने अध्ययन और अनुभव से भी शिक्षित होता है बिना किसी डिग्री के। शिक्षा लोगों के व्यवहार और बोली में दिखती है।
एक अन्य ने लिखा, सर साल में एक बार विश्व मंच पर बोलने का मौका मिलता है उसको भी बर्बाद कर दिया ""उनका तो क क किरण हो गया "अपने घमंड से इससे अच्छा तो विदेश सचिव बोले लेते। अहंकार में हस्तियां डूब जाती हैं।
इसके साथ एक ने लिखा, भाईसाहब अपनी भी सारी डिग्री साझा कर दीजिए। मुझे विश्वास है आपने पीएचडी तो जरूर की होगी। अगर आप एक इंसान का सम्मान नहीं कर सकते तो कम से कम उसके पद का सम्मान करिए। फिर चाहे वह किसी पार्टी से हो। सम्मान कमाइए सर।
हालांकि आधिकारिक तौर पर इस दिक्कत को लेकर कोई बयान नहीं आया है, लेकिन विपक्ष इसे टेलीप्रॉम्पटर की दिक्कत बता पीएम मोदी पर निशाना साधा। जबकि बीजेपी नेताओं का दावा है कि यह टेक्निकल ग्लिच World Economic Forum की ओर से था। वहीं राहुल गांधी ने भी वीडियो पर चुटकी लेते हुए लिखा, इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।