Women's World Cup 2025: देश के जिन शहरों की बेहतरीन तासीर की चर्चा हर ओर होती रही है, जो अपनी साफ-सफाई के लिए पिछले कई वर्षों से देश में अव्वल नंबर पर है, उस शहर पर एक मनचले ने ऐसा धब्बा लगा दिया, जिससे उबरना इंदौर के लिए अत्यंत कठिन होगा. इंदौर के बारे में हमेशा ही यह धारणा रही है कि वहां के लोग अपने अतिथियों के लिए पलक-पांवड़े बिछा देते हैं. और यह धारणा बिल्कुल सही भी है. न केवल इंदौर, बल्कि पूृरे मालवा क्षेत्र में मेहमानों की आवभगत और उनकी इज्जत करने की पुरातन परंपरा रही है.
ऐसा शायद ही कभी हुआ हो जब किसी मेहमान के साथ शहर के किसी व्यक्ति ने बदसलूकी की हो. लेकिन ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट की दो महिला खिलाड़ियों के साथ अकील खान नाम के मनचले ने जिस तरह से छेड़खानी की, उसने इंदौर शहर को शर्मसार कर दिया है. सोशल मीडिया पर इंदौर के लोगों का गुस्सा जाहिर भी हो रहा है.
और यह भी सही है कि इंदौर के लोगों का इसमें कोई गुनाह नहीं है. ये गुनाह एक मनचले का है, जिसे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उसका शहर उसकी हरकतों के कारण पूरी दुनिया में बदनाम हो जाएगा. वह तो एक प्रवृत्ति है जो समाज में गंदे कीड़े की तरह तैर रहा है.
ऐसे कीड़े जब भी पकड़ में आएं तो उनके साथ कानून को इतने दुर्दांत तरीके से पेश आना चाहिए कि भविष्य में कोई इस तरह की हरकत करने के बारे में सोच भी न पाए. यह कितनी गंदी प्रवृत्ति है कि लड़की को केवल देह के रूप में कुछ लोग देखते हैं. ऐसे मनचले जिस घर में पैदा होते हैं, दोष उनके माता-पिता का भी उतना ही है,
जो अपने बच्चों को यह सलीका नहीं सिखा पाते कि वे स्त्री को केवल देह न समझें और उसका सम्मान करें. इंदौर में जो कुछ भी हुआ है, उसके लिए इंदौर तो क्या और मध्यप्रदेश तो क्या, पूरा देश शर्मिंदगी महसूस कर रहा है कि हमारी किसी अतिथि को एक गंदे कीड़े ने अपनी लिजलिजी हरकत से आहत किया है.
हम अपने ऑस्ट्रेलियाई मेहमानों से जितनी भी क्षमा मांगें, कम होगा, हम कानून से यह गुजारिश करते हैं कि ये महज छेड़खानी नहीं है, भारत के आत्म सम्मान को ठेस पहुंचाने वाली क्रूरता है. अकील खान के साथ वही व्यवहार होना चाहिए जो एक देशद्रोही के साथ होता है.