ड्राइविंग करते समय कई बार गूगल मैप (Google Map) का इस्तेमाल हमारे लिए बहुत सहायक होता है। अनजान रास्तों पर बिना किसी से पूछे आसानी से आप अपने गंतव्य तक गूगल मैप की मदद से पहुंच सकते हैं। यहां तक कि आज के दौर में तो कैब उद्योग बड़े पैमाने पर गूगल मैप पर ही आधारित है।
वैसे, कई बार गलत तरीके से गूगल मैप का इस्तेमाल आपके लिए महंगा भी साबित हो सकता है और इस पर चलान कट सकता है। ऐसा ही एक मामला हाल में देश की राजधानी दिल्ली में आया है। ये पूरा मामला सामने आने के बाद जरूरी है कि गूगल मैप के इस्तेमाल से संबंधित नियमों के बारे में आप भी जान लें।
आमतौर पर लोग ड्राइविंग के दौरान गूगल मैप के नेविगेशन को ऑन कर लेते हैं। इससे ये फायदा होता है कि रूट के बारे में पता चल जाता है। साथ ही अगर आगे ट्रैफिक जाम है तो इस बारे में भी जानकारी मिल जाती है। ऐसे में वैकल्पिक रूट भी ले सकते हैं।
गूगल मैप का इस्तेमाल पड़ सकता है महंगा
कुल मिलाकर गूगल मैप के बड़े फायदे हैं। हालांकि अगर आपने अपनी कार में डैश बोर्ड पर मोबाइल होल्डर नहीं लगाया है और गूगल मैप का इस्तेमाल करने की कोशिश करते पकड़े जाते हैं तो फिर ये आपके लिए महंगा साबित हो सकता है। ट्रैफिक पुलिस आपका चालान काट सकती है।
हाल ही में, राजधानी दिल्ली में एक शख्स गूगल मैप को देखते हुए कार चला रहा था। उसकी गलती ये थी कि उसके पास अपनी कार के डैश बोर्ड पर मोबाइल होल्डर नहीं लगा था और वह एक हाथ में फोन लेकर रास्ता देखते हुए कार चला रहा था। ऐसे में दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ लिया और चालान काट दिया।
दिल्ली पुलिस का कहना था कि शख्स गाड़ी चलाते समय मोबाइल का इस्तेमाल कर रहा था, जो कि गलत है। हालांकि, शख्स तर्क देता रहा कि वह किसी से फोन पर बात नहीं कर रहा था और मैप देख रहा था ताकि उसे गंतव्य तक पहुंचने में बार-बार से किसी से पूछना नहीं पड़े।
पुलिस ने हालांकि तमाम दलीलों को मानने से इनकार कर दिया। पुलिस ने चालान में जुर्म वाले कॉलम में लिखा कि शख्स हाथ में फोन लेकर उसका इस्तेमाल कर रहा था, जो कि गैरकानूनी है।
दरअसल, वाहन चलाते समये ऐसे किसी भी चीज का इस्तेमाल जिससे ध्यान भंग होता है, वो अपराध की श्रेणी में आता है और ऐसे में मोटर व्हीकल एक्ट के मुताबिक 1000 से 5000 रुपये तक का जुर्माना लग सकता है।