वेद प्रताप वैदिक वरिष्ठ पत्रकार व राजनीति विश्लेषक हैं। वे प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया से जुड़े रहे हैं और उसके हिन्दी सेवा 'भाषा' के संस्थापक संपादक रहे हैं।Read More
अगर हम शिक्षा के मामले में भारत की तुलना दक्षेस के अपने पड़ोसी सातों देशों से करें तो उक्त पैमाने पर वह अफगानिस्तान के सबसे करीब है लेकिन वह श्रीलंका, भूटान और पाकिस्तान से भी बहुत पिछड़ा हुआ है। ...
अंग्रेज सरकार ने भारत में जातीय जनगणना इसलिए चालू करवाई थी कि वे भारत के लोगों की एकता को तोड़ना चाहते थे। क्योंकि 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में भारत के हिंदुओं और मुसलमानों ने मिलकर अंग्रेज सरकार की जड़ें हिला दी थीं। ...
अभी तक देश में लगभग 3 करोड़ 60 लाख लोग इस आयुष्मान बीमा योजना के तहत अपना मुफ्त इलाज करवा चुके हैं। कुछ राज्य सरकारों ने भी राहत की इस रणनीति को अपना लिया है लेकिन क्या भारत के 140 करोड़ लोगों की स्वास्थ्य-रक्षा और चिकित्सा की भी योजना कोई सरकार लाएग ...
भारत और चीन को एक-दूसरे का प्रतिद्वंद्वी या शत्रु मानकर कुछ शक्तिशाली राष्ट्र फायदा उठाने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन भारत उनसे जुड़ने के बावजूद काफी सतर्क है। ...
ब्रिटेन में ऋषि सुनक को प्रधानमंत्री तो उसने मजबूरी में बनाया है क्योंकि वे ही अभी कंजरवेटिव पार्टी के अंतिम तारणहार दिखाई पड़ रहे हैं. उनका प्रधानमंत्री बनना अल्पसंख्यक और बहुसंख्यक की श्रेणी से बाहर का प्रपंच है. ...
ऋषि सुनक के सामने ब्रिटेन में वैसी ही चुनौतियां हैं, जैसी शाहबाज शरीफ के सामने पाकिस्तान में है. उम्मीद की जानी चाहिए कि वे इससे निपटने में सफल होंगे. भारत के साथ ब्रिटेन के रिश्ते भी ज्यादा मजबूत और घनिष्ठ हो सकते हैं. ...
आपको बता दें कि 2006 के ‘खाद्य सुरक्षा और मानक अधिनियम’ के अनुसार, जो लोग मिलावट करते है, उन्हें 10 लाख रु. तक जुर्माना और छह माह से लेकर उम्रकैद तक की सजा दी जाती है। ...