वाशिंगटन:यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अमेरिका ने एक बड़ा फैसला लेते हुए सोमवार को बेलारूस की राजधानी मिन्स्क स्थित अपने दूतावास का संचालन अस्थाई तौर निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही अमेरिका ने रूस में रह रहे अपने राजनयिकों और अन्य कर्मचारियों को तत्काल रूस छोड़ने का आदेश जारी कर दिया है।
अमेरिकी विदेश विभाग की ओर से जारी किया गया यह आदेश उस वक्त आया है जब एक अमेरिकी अधिकारी ने बेलारूस को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर बेलारूस यूक्रेन के खिलाफ रूस के आक्रमण में भागीदार बनता है तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।
वहीं इसके साथ ही सोमवार को यूक्रेन और रूस के प्रतिनिधियों के बीच वर्तमान युद्ध हालात पर बेलारूस में एक बैठक चल रही है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पहले तो बेलारूस में होने वाली शांति बैठक को यह कहते हुए खारिज कर दिया कि युद्ध में बेलारूस आक्रामक रूस की सहायता कर रहा है।
बेलारूस में अमेरिकी दूतावास को बंद किये जाने की घोषणा करने वाले एंटनी ब्लिंकन ने कहा, "हमने यूक्रेन पर रूसी सैन्य बलों के द्वारा किये जा रहे भारी हमले और इस कारण पैदा हुए हालात के कारण यह कदम उठाया है।"
मालूम हो कि रूस ने 24 फरवरी की तड़के पड़ोसी मुल्क यूक्रेन पर हमला कर दिया था। रूस-यूक्रेन के बीच में पिछले 5 दिनों से जारी इस जंग में इस खरतनाक मोड़ उस समय आ गया जब पश्चिमी देशों द्वारा इस बात की संभावना व्यक्त की जा रही है कि रूस कथित तौर पर परमाणु बम से भी यूक्रेन पर हमला कर सकता है।
इस बात को तब और ज्यादा बल मिला जब रूस के न्यूक्लियर दस्ते ने युद्धाभ्यास भी शुरू कर दिया। रूसी मीडिया से मिल रही जानकारी के मुताबिक रूसी सेना ने न्यूक्लियर ट्रायड ने तैयारी शुरू कर दी है और रूस के रक्षा मंत्री ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को इस बात की जानकारी भी दे दी है।