काबुल: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) ने अफगानिस्तान में तालिबान सरकार पर छठी कक्षा से ऊपर लड़कियों के स्कूल जाने पर प्रतिबंध लगाने पर गहरी चिंता व्यक्त की है।
शुक्रवार को यूएनएससी के सदस्यों ने महासचिव के अफगानिस्तान के लिए विशेष प्रतिनिधि डेबोरा लियोन द्वारा लड़कियों सहित सभी अफगानों के लिए शिक्षा के अधिकार पर टिप्पणी सुनी थी।
यूएनएससी ने रविवार को एक बयान में कहा कि सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने लड़कियों सहित सभी अफगानों के लिए शिक्षा के अधिकार को दोहराया है और तालिबान से शिक्षा के अधिकार का सम्मान करने और सभी महिला छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अपनी प्रतिबद्धताओं का पालन करने का आह्वान किया।
सदस्यों ने अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन (यूएनएएमए) के जनादेश के अनुसार, एसआरएसजी से इस मुद्दे पर सभी प्रासंगिक अफगान हितधारकों के साथ जुड़ना जारी रखने और सुरक्षा परिषद को प्रगति पर सूचित रखने का अनुरोध किया।
रविवार को यूएनएससी के बयान में कहा गया कि सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने शिक्षा सहित अफगानिस्तान का समर्थन करने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों के महत्व पर जोर दिया और इस संबंध में यूएनएएमए की समन्वय भूमिका पर प्रकाश डाला।
बता दें कि, पिछले साल अगस्त में एक हिंसक संघर्ष के बाद अफगानिस्तान में सत्ता हासिल करने के सात महीने बाद तालिबान ने छठी से ऊपर की कक्षाओं में लड़कियों की पढ़ाई पर रोक लगा दी है।
पिछले हफ्ते, अफगानिस्तान में माध्यमिक विद्यालय की हजारों लड़कियां अगस्त, 2021 के बाद पहली बार स्कूल जाने के लिए तैयार थीं। हालांकि, कुछ घंटों के भीतर स्कूलों को बंद करने के आदेश जारी किए गए थे। तालिबान सरकार द्वारा अपने अगले निर्णय की घोषणा होने तक छात्राओं को घर पर रहने का निर्देश दिया गया है।
इस बीच, रविवार को राजधानी काबुल में छात्राओं ने कक्षाओं में भाग लेने पर प्रतिबंध के विरोध में सड़कों पर प्रदर्शन किया। उन्होंने "शिक्षा हमारा पूर्ण अधिकार है" के नारे लगाए और कक्षा 7-12 में लड़कियों के लिए स्कूल फिर से खोलने की मांग की।